मंडलाPublished: Apr 20, 2021 12:44:04 pm
Mangal Singh Thakur
आधे अधूरे इलाज कराकर लौट रहे मरीज
Without MD medicine doctor, giving treatment
मंडला. आईएसओ प्रमाणित जिला अस्पताल में अब एक भी एमडी मेडिसिन चिकित्सक उपलब्ध नहीं। इसके चलते गंभीर रूप से भर्ती किए जा रहे मरीजों को आधे अधूरे इलाज से संतुष्टि करनी पड़ रही है या फिर उन्हें रेफर करना पड़ रहा है। जिला अस्पताल प्रतिदिन शुगर मरीज, हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट पेशेंट आदि पहुंच रहे हैं। जिनके इलाज के लिए एमडी मेडिसिन चिकित्सक का होना अति आवश्यक है। लेकिन इसे आदिवासी बहुल्य जिले के शासकीय अस्पताल का दुर्भाग्य कहा जाए कि यहां एक भी एमडी मेडिसिन उपलब्ध नहीं है। ओपीडी में आने वाले गंभीर रूप से बीमार मरीजों को प्राथमिक उपचार देकर लौटाया जा रहा है।
कभी कभार आते हैं चिकित्सक
जिला अस्पताल में पिछले 15 दिनों से एमडी मेडिसिन उपब्ध नहीं है। हालांकि एक एमडी मेडिसिन चिकित्सक की सेवाओं का बहाल किया गया है लेकिन वे कभी कभार ही आते हैं। डॉ मनोज मुराली को भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजे जाने के कारण निलंबित किया गया था। कोरोना संकट के दौरान उनकी सेवाओं को बहाल किया गया था। अब भी डॉ मुराली ओपीडी में नियमित रूप से सेवाएं नहीं देते। कभी कभार राउंड में आकर वापस लौट जाते हैं। इससे अव्यवस्थाएं जस की तस बनी हुई हैं।
दो सप्ताह में लौटे दर्जनों मरीज
पिछले दो सप्ताह में अनेक मरीजों को आधा अधूरा उपचार देकर वापस लौटाया जा चुका है। कोरोना संकट के कारण पहले ही मरीज और उनके परिजन जिला अस्पताल में आने से कतरा रहे हैं। उन्हें विकट परिस्थितियों में ही अस्पताल में लाया जाया जा रहा है। इसके बावजूद उन्हें पूर्ण उपचार नहीं मिलने से उनकी जान आफत में बनी हुई है। अस्पताल प्रबंधन की जानकारी के अनुसार, पिछले दो सप्ताह में शुगर के 45, हार्ट पेशेंट 25, किडनी पेशेंट 06, ब्लडप्रेशर 40 मरीज पहुंचे। उन्हें प्राथमिक उपचार देकर लौटा दिया गया।