दिनभर में 4 इंच से ज्यादा बारिश, कई क्षेत्रों में जलजमाव की बनी स्थिति
रातभर के बाद सुबह कुछ समय बारिश रुकी रही, लेकिन १० बजे बाद फिर से बारिश का दौर शुरु हुआ जो दिनभर जारी रहा। दिनभर जोरदार बारिश होती रही। सुबह ८ बजे तक मंदसौर मं ३२ इंच का आंकड़ा पार हो चुका था। दिनभर में जोरदार बारिश के चलते यह आंकड़ा ३६ इंच तक जा पहुंचा। ४ इंच से ज्यादा बारिश दिनभर में हुई और लगातार बारिश बारिश का क्रम जारी है। बारिश के चलते सड़कों से लेकर रहवासी इलको में कई जगह पानी भर गया। लोगों के घरों व दुकानों तक पानी घुस गया। ऐसे में इस बार औसत से कही अधिक बारिश शहर व जिले में हो चुकी है। जिलेभर में यही स्थिति रही। शहर के पशुपतिनाथ रोड क्षेत्र में बारिश के चलते एक कच्चा और जर्जर मकान ढह गया।
शामगढ़-धुघड़का में 5-5 इंच बारिश, मंदसौर में 3 इंच
२४ घंटे में सुबह ८ बजे तक शामगढ़-धुघड़का में ५-५ इंच से अधिक बारिश हुई। तो सुवासरा में ४, संजीत में ३ कयामपुर में ४, मल्हारगढ़ में ३, भानपुरा में ३ और गरोठ, सीतामऊ व मंदसौर में ३-३ इंच से अधिक बारिश हुई। वहीं शुक्रवार को दिनभर में औसत ४ से ५ इंच बारिश पूरे जिले में हुई। मंदसौर में ३४.४४, सीतामऊ में ३३.७२, सुवासरा में ३२, गरोठ ४५.७६, भानपुरा २४.७१, मल्हारगढ़, ३२.८, शामगढ़ ३१, संजीत २७ इंच बारिश हुई।
8 घंटे तक एक जगह स्थित रही शिवना, तीन घंटे बाद फिर बढ़ा पानी
लगातार हो रही बारिश के चलते शिवना नदी में रात को जलस्तर तेजी से बढ़ गया। छोटी पुलिया से करीब ५ से ७ फीट ऊपर से पानी गुजर रहा था। रात १२ बजे शिवना उफनी तो पशुपतिनाथ गर्भगृह से ३ से ४ फीट ही दूर रह गई। शिवना का पानी एक ही जगह करीब ८ घंटे तक स्थित रहा और सुबह ८ बजे के बाद पानी कम होना शुरु हुआ तो दोपहर तक छोटी पुलिया तक पानी जा पहुंचा लेकिन शाम होते-होते फिर से शिवना का पानी बढऩे लगा। तेजी से बढ़ते जलस्तर के बीच बड़ी संख्या में शहरवासी भी शिवना और पशुपतिनाथ मंदिर क्षेत्र के इस विंहगम दृश्य को देखने पहुंचे। पानी बढऩे की संभावना के चलते रातभर पशुपतिनाथ के गर्भगृह और मंदिर क्षेत्र में नजर प्रशासन ने बनाए रखी। दिनभर नदी का जलस्तर कम ज्यादा होता रहा।
2 लाख 36 क्यूसेक से बढ़ रहा गांधीसागर का जलस्तर
जिले के गांधीसागर बांध का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। सुबह ८ बजे तक १२७८.५२ फीट जलस्तर था और शुक्रवार को बांध में २ लाख ३६ हजार क्यूसेफ गति से पानी बढ़ रहा था। ऐसे में रात तक १२८६ फीट तक जलस्तर पहुंचने की संभावना बताई जा रही है। शाम ४.३० बजे तक १२८० फीट तक पहुंच गया था। गांधीसागर का जलस्तर पिछले तीन दिनों में तेजी से बढ़ा है। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि इस बार गांधीसागर के गेट खुलेंगे।
रामघाट ओवरफ्लो, कालाभाटा के खुले 2 गेट
शिवना के उफान पर आने के चलते रामघाट बैराज रात से ही ओवरफ्लो है तो कालाभाटा बांध के दो गेट सुबह खोल दिए थे। दिनभर कालाभाटा के दो गेट खुले रहे। गेट खुलने के साथ पानी यहां से छोड़ा गया तो बारिश के बीच शहरवासी यहां पिकनिक बनाने और सेल्फी लेने के लिए उमड़ पड़े। सुरक्षा के खिलवाड़ के साथ जानजोखिम में डाल शहरवासी दिनभर नदी की लहरों से अठखेलिया करते रहे और टोकने और रोकने वाला कोई नहीं।