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गांधीसागर के 5 बड़े गेट भी खोले, ढाई लाख क्यूसेक से हो रही आवक

locationमंदसौरPublished: Aug 28, 2019 10:24:27 pm

Submitted by:

Nilesh Trivedi

गांधीसागर के 5 बड़े गेट भी खोले, ढाई लाख क्यूसेक से हो रही आवक

गांधीसागर के 5 बड़े गेट भी खोले, ढाई लाख क्यूसेक से हो रही आवक

गांधीसागर के 5 बड़े गेट भी खोले, ढाई लाख क्यूसेक से हो रही आवक

मंदसौर.
जिले में बारिश का दौर बुधवार को थम गया लेकिन आसमान पर आफती भरी बारिश के बादल अब भी मंडरा रहे है। गांधीसागर में लगातार जलस्तर बढऩे के कारण ७ छोटे व ५ बड़े सहित कुल १२ गेट खोलना पड़े। दिनभर गेट खुले रहे। इससे ३ लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया। वहीं शिवना नदी का जलस्तर कम तो हुआ लेकिन दोपहर तक छोटी पुलिया के ऊपर से पानी गुजरा। इसी बीच पानी से होकर लोग आवाजाही करते रहे। जिले में इस बार औसत बारिश ५४ इंच हो चुकी है। पिछले साले के बारिश के आंकड़े की तुलना में इस बार बारिश दोगुनी से भी ज्यादा हो गई है। रेतम बैराज के भी १४ गेट खुले रहे। मंदसौर व सीतामऊ में ५७-५७ तो गरोठ में ६८ इंच से अधिक बारिश हो चुकी है।

गांधीसागर के ५ बड़े और ७ छोटे, कुल १२ गेट खोले, ३ लाख क्यूसेक पानी छोड़ा
गांधीसागर बांध के सभी केचमेंट एरिया में अच्छी आधिक के चलते सुबह बड़े गेट भी खोलना पड़े। गांधी सागर बांध के 5 बड़े और ७ छोटे गेट और खोल दिए गए.। गांधी सागर बांध के सभी केचमेंट एरिया में तेज वर्षा के चलते मंगलवार को 5 छोटे गेट खोल दिए गए थे लेकिन पानी की आवक को देखते हुए गत रात्रि 1 बजे दो बड़े गेट खोलें और रात्रि 3 बजे एक और बड़ा गेट खोल दिया। सुबह 8.30 बजे दो बड़े गेट और दो छोटे गेट और खोल दिए गए। ९ बजे और खोले गए। इस तरह ५ बड़े ७ छोटे कुल १२ गेट खोले गए। बुधवार 10 बजे का जलस्तर 1310. 94 था और आवक ढाई लाख क्यूसेक से हो रही थी। बुधवार शाम ५.३० बजे चार बड़े गेट और दो छोटे गेट बंद कर दिए गए। एक बड़ा और ५ छोटे गेट खुले रहेंगे। इनसे १ लाख ३३ हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।

इन रास्तों से होता हुआ गांधीसागर का पानी यमुना नदी में मिलेगा
गांधीसागर के पांच गेट तीन साल बाद खोले गए। गेट खोलने के साथ ही गांधीसागर का पानी मप्र के विभिन्न हिस्सों से होते हुए राजस्थान के साथ यमुना में जाकर मिल रहा है। गेट खोलने के साथ श्योपुर, मुरैना, कोटा सहित अन्य जगह अलर्ट जारी किया। जानकारी के अनुसार गांधीसागर से छोड़ा गया पानी रावतभाटा, कोटा, श्योपुर, मुरैना, इटावा होते हुए यमुना नदी में मिल जाएगा। इस बीच रावतभाटा में जवाहर सागर डेम है तो कोटा में भी बैराज है। वहीं मुरैना में भी बैराज है।

सुबह6 बजे खोले बड़े गेट, 9 बजे और खोलना पड़े, कलेक्टर ने दूसरे जिलों को किया अलर्ट
मंगलवार को गांधीसागर के ५ छोटे गेट खोले गए थे। २४ घंटे बाद पानी की आवक कम नहीं हुई तो बुधवार को सुबह बड़े गेट भी खोल दिए। ९ बजे ५ बड़े और ७ छोटे गेट खोले गए। कुल १२ गेट से ३ लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया। कलेक्टर मनोज पुष्प ने आवक अधिक होने से गेट खोलना पड़े। मंदसौर, नीमच के साथ ही कोटा, श्योपुरए उज्जैन, इंदौर जिलों में भी चर्चा की गई। गांधी सागर के गेट खोलने के बाद आगे के जिलों को अलर्ट किया है। गांधीसागर के पांच बड़े गेट खोले गए। इससे 1 लाख 44 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा तो 7 छोटे गेट खोले गए। इससे 1 लाख 36 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा ।
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