586 अपराधों की जांच पूरी करने में ‘थानाप्रभारियों के छूटे पसीनेÓ
मंदसौरPublished: Nov 19, 2019 03:18:55 pm
586 अपराधों की जांच पूरी करने में ‘थानाप्रभारियों के छूटे पसीनेÓ
मंदसौर.
लूट, चोरी, मारपीट जैसे कई गंभीर अपराधों की जांच पूरी करने में थानाप्रभारियों के पसीने छूट रहे है। वर्तमान में जिले के १६ थानों में करीब ५८६ अपराधों की जांच अधूरी है। ऐसा नहीं कि इन जांचों को १० या २५ दिन हुए है। इन जांचों को कई दिन गुजर गए है। लेकिन अभी तक थानाप्रभारी इन जांचों को संबंधित जांच अधिकारियों से पूरा नहीं करवा पा रहे है। सबसे बड़ी बात तो यह है कि पुलिस अधीक्षक द्वारा कई बार क्राइम बैठक में इन अपराधों की विवेचना को पूरा करने के लिए संबंधित थानाप्रभारियों को हिदायत भी दी जाती है। फिर भी यह आंकड़ा कम नहीं हो रहा है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि अपराधों की जांचों को लेकर थानाप्रभारी कितने गंभीर है।
छह थानाप्रभारी के यहां अपराधों की संख्या अधिक
ुपुलिस अधीक्षक कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार कोतवाली थाने में १६४, वायडीनगर थाने में ५३, नारायणगढ़ थाने में ३३, भानपुरा थाने में ४८, नाहरगढ़ थाने में ३६, सीतामऊ थाने में ३२ जांचे वर्तमान में अधूरी है। इन सभी थानों की जांच को योग
३६६ पहुंच रहा है। वहीं शेष १० थानों में २२० विवेचना पूरी होना श् ोष है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि इन छह थानों की प्रभारी कितनी सर्तकता और गंभीरता से इन ल ंबित अपराधों को लेकर काम कर रहे है।
यहां पर बहुत कम संख्या
जानकारी के अनुसार गांधीसागर, दलौदा, भावगढ़, मल्हारगढ़, नईआबादी, शामगढ़ थानों पर ऐसे अपराधों की संख्या बहुत कम है। गांधीसागर में केवल ५ अपराध, दलौदा में ११ अपराध, भावगढ़ में १८, मल्हारगढ़ में १३ अपराध, नईआबादी में १५ अपराध और शामगढ़ में २३ अपराधों की जांच अभी तक पूरी नहीं हुई है। इन सभी थानों की इन अपराधों की संख्या कुल भी केवल कोतवाली थाने में जितने लंबित अपराध है। उनसे भी कम है।
कानून एवं व्यवस्था की तैनाती से लंबित अपराध
जिले में ५८६ अपराधों की विवेचना पूरी होना है। ऐसे में पुलिस अधिकारी इसका सबसे बड़ा कारण कानून एवं व्यवस्था में तैनाती को लेकर बता रहे है। इसके अलावा कुछ समय पहले जिले में बाढ़ भी आई थी। जिसको लेकर भी पूरा अमला लगा हुआ था। अधिकारियों की माने तो पुलिस अधीक्षक ने इन अपराधों को लेकर सभी थानाप्रभारी को जल्द से जल्द निकाल लगाने को लेकर निर्देशित किया है।
इनका कहना…
५८६ लंबित अपराधों को लेकर सभी को निर्देश जारी कर दिए गए है। उसके बाद भी जिस थाने में अपराध लंबित अधिक रहेगें। उससे संबंधित अधिकारी की जिम्मेदारी तय की जाएगी।
हितेश चौधरी, पुलिस अधीक्षक।