साथ ही एसपी हितेश चौधरी सहित मल्हारगढ़ एसडीओपी दिलीप बिलवाल और प्रभारी टीआई मोहन मालवीय के विरुद्ध निंदा प्रस्ताव भी पारित किया। अभिभाषक संघ की हड़ताल में राजस्व से लेकर सभी न्यायालयों के काम बंद रहेंगे तो नोटरी से लेकर रजिस्ट्ररी के काम भी नहीं होंगे। संघ ने सर्विस प्रोवाईडरों से भी हड़ताल में शामिल होने का आह्वान किया है। शनिवार से शुरु हुई हड़ताल के कारण यहां आने वाले लोग भटकते रहे तो यहां सन्नाटा पसरा रहा।
यह की मांग
अभिभाषण संघ की मांग है कि अभिभाषक के साथ मारपीट करने वालों पर ३०७ के तहत मामला दर्ज किया जाए। साथ ही प्रभारी टीआई मोहन मालवीय को निलंबित किया जाए। साथ ही पूरे मामले की जांच पिपलियामंडी थाने को छोड़ अन्य थाने की पुलिस से करवाई जाए। और ओझा के पुत्रों पर दर्ज प्रकरण पुलिस वापस ले। इन्हीं को लेकर २६ जून तक हड़ताल पर सभी अभिभाषक रहेंगे।
…नहीं मानी तो २६ के बाद बनाएंगे आगे की रणनीति
अभिभाषक संघ अध्यक्ष जयदेवसिंह चौहान ने बताया कि अभिभाषक नवीन ओझा के साथ हुई घटना को लेकर बैठक हुई। इसे लेकर पुलिस के रवए को लेकर अभिभाषकों ंमें आक्रोश है। बैठक में २६ जून तक हड़ताल पर जाने का निर्णय हुआ है। २६ जून तक हमारी मांगे नहीं मानी तो हम आगे की रणनीति बनाएंगे। हड़ताल के दौरान राजस्व सहित समस्त प्रकार के न्यायालयों में वकील काम नहीं करेंगे। साथ ही नोटरी व रजिस्ट्ररी भी नहीं होगी। हमने सर्विस प्रोवाईडरों से भी आह्वान किया है। वह भी चाहे तो हड़ताल में शामिल हो सकते है। एसपी, मल्हारगढ़ एसडीओपी, तत्कालीन टीआई के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित किया है। जो राज्य शासन, गृहमंत्री, स्टेट बार कांसिल सहित अन्य जगह भेजा जाएगा।
कुछ दिनों पहले एसडीएम के खिलाफ की थी हड़ताल
इससे पहले अभिभाषक संघ ने कुछ दिनों पहले एसडीएम अंकिता प्रजापति व एसडीएम के रीडर को हटाने के लिए भी हड़ताल की थी। कई दिनों तक यह हड़ताल चली थी। अभिभाषक प्रमोद बैरागी ने संघ को एसडीएम द्वारा उनके साथ दुव्र्यवहार किए जाने की शिकायत की थी। इसी बात पर उन्हें हटाने की मांग को लेकर संघ के सदस्यों ने हड़ताल की थी।