जिले की सभी 9 परिषद सर्वेक्षण की रैकिंग में रही फिसड्डी
मंदसौरPublished: Aug 21, 2020 10:12:45 pm
जिले की सभी ९ परिषद सर्वेक्षण की रैकिंग में रही फिसड्डी
मंदसौर.
स्वच्छता सर्वेक्षण २०२० की जारी हुई रैङ्क्षकग में मंदसौर ने तो संतोषजनक प्रदर्शन किया लेकिन जिले की अन्य ९ नगर परिषदों ने निराशाजनक प्रदर्शन किया है। स्वच्छता सर्वेक्षण के बैनर पोस्टर लगाकर प्रचार करने से आगे इन निकायों ने स्वच्छता के अपने काम को नहीं बढ़ाया। यहीं कारण रहा कि देश के वेस्टझोन में शामिल इन परिषदों ने देश व प्रदेश के प्लेटफॉर्म पर रैकिंग में निराश किया है। गरोठ, भानपुरा से लेकर सीतामऊ, शामगढ़ हो या सुवासरा, मल्हारगढ़, पिपलियामंडी हो या नारायणगढ़ किसी भी परिषद ने संतोषजनक प्रदर्शन नहीं रहा। हालांकि अब जिले की सभी निकायों की समीक्षा बैठक कर कमियों को सुधार कर आगे बढऩे की बात कही जा रही है। इन नो निकायों में तीन प्रदेश के वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा के क्षेत्र की है तो तीन केबिनेट मंत्री हरदीपसिंह डंग के क्षेत्र की है। निकायों के स्वच्छता की परीक्षा में निराशाजनक प्रदर्शन का सिलसिला इस साल भी नहीं टूट सका। बावजूद यहां प्रदर्शन सुधारने के लिए किसी योजना व मिशन के तहत काम अब तक नहीं किया गया। सामान्य प्रक्रिया के तहत यह परिषद हर बार सर्वेक्षण में शामिल होने की औपचारिकता बिना तैयारियों के ही पूरी करती है, इसी कारण परिणाम भी सकारात्मक नहीं मिलते है।
वेस्टझोन में ऐसा रहा जिले की परिषदों का प्रदर्शन
स्वच्छता सर्वेक्षण २०२० की जारी हुई रैकिंग में १ लाख आबादी वाले शहरों में मंदसौर देश में ५० तो प्रदेश में १३ वे नंबर पर रहा। वहीं २५ हजार से कम आबादी वाले शहरों में जिले की नगर परिषदों का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा। नगर परिषदों का प्रदर्शन बेहद खराब रहा। इसमें पिपलियामंडी वेस्टझोन में देश में ७२ तो प्रदेश में १९ वें, मल्हारगढ़ देश में १२१ तो प्रदेश में ३६, नारायणगढ़ देश में ७० तो प्रदेश में १८, नगरी देश में २३४ तो प्रदेश में ९५, गरोठ देश ममें ३१८ तो प्रदेश में १४३, भानपुरा देश में ५४१ तो प्रदेश में २४७, सुवासरा देश में१८० तो प्रदेश में ६४, शामगढ़ देश में १६९ तो प्रदेश में ५७, सीतामऊ देश में १९४ तो प्रदेश में ६८ वे पायदान पर रहा। यानी छोटे कस्बों में जिले की गरोठ, भानपुुरा, शामगढ़, सुवासरा, नगरी, सीतामऊ, मल्हारगढ़ का प्रदर्शन निराशाजनक रहा। तो प्रदेश में भानपुरा, गरोठ का जिले में अन्य के मुकाबले निराशाजनक प्रदर्शन रहा।