कमजोर विद्यार्थियों की मजबूती से पहले प्राचार्यों से लेकर शिक्षकों की पढ़ाई
मंदसौरPublished: Jun 03, 2019 03:52:13 pm
कमजोर विद्यार्थियों की मजबूती से पहले प्राचार्यों से लेकर शिक्षकों की पढ़ाई
मंदसौर.
जिले के माध्यमिक स्कूलों में शिक्षा के स्तर के हाल बेहाल है। जिसका उदाहरण है कि आठवी पास ज्यादातर विद्यार्थियों को नौंवी कक्षा का ज्ञान ही नहीं है। इस वर्ष शिक्षा विभाग ने नवाचार किया है। इस शिक्षा सत्र में भोपाल के अधिकारी कमजोर विद्यार्थियों के साथ-साथ प्राचार्यों और शिक्षकों पर भी नजर रखेेगें। इसके लिए उन्होंने पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन कर दी है। इसके लिए सभी शिक्षा अधिकारियों को निर्देश भी जारी कर दिए है।
डीईओ कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार कमजोर विद्यार्थियों को कैसे उन विषयों में बेहतर किया जाए। जिसमें वे कमजोर है। उनको कहां-कहां किस तरह की समस्या आ रही है। इसके लिए पहले प्राचार्यों को जिलास्तर पर प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके बाद फिर अंग्रेजी, हिंदी और गणित विषयों के शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। जिसमें उनको अलग-अलग विधाएं सिखाई जाएगी।
शिक्षकों से लेकर विद्यार्थियों को हेंडबुक
शिक्षा विभाग द्वारा इस बार दो अलग-अलग बुक तैयार की गई है। इसमें शिक्षकों के लिए हेंडबुक है। जिसमें उनको कमजोर विद्यार्थियों को कैसे और कब किस तरह पढ़ाना है। इसको लेकर पूरी जानकारी लिखी होगी। उसके अनुसार ही उनको अध्ययन करवाना है। वहीं विद्यार्थियों को वर्क बुक दी जाएगी। उसके अनुसार ही विद्यार्थियों को उन विशेष कक्षाओं में पढ़ाई करना होगी।
चार माह में लगेगी विशेष कक्षाएं
जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार कमजोर विद्यार्थियों के लिए ब्रिज कोर्स चलाया जाएगा। इसके लिए १७ जून से लेकर ७ सितंबर तक कक्षाएं संचालित होगी। इससे पहले कमजोर विद्यार्थियों को फिर से टेस्ट लेकर चिह्ंित किया जाएगा। उन विद्यार्थियों की दक्षता का आंकलन कर अलग-अलग गु्रप में डिवाइड किया जाएगा। उसके बाद संबंधित विद्यार्थियों के गु्रप को दक्षता के अनुरुप पढ़ाई करवाई जाएगी।
इनका कहना…
इस बार पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन की जाएगी। कमजोर विद्यार्थियों को टेस्ट के माध्यम से चिह्ंित किया जाएगा। उसके बाद प्राचार्यों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। गणित, हिंदी और अंग्रेजी के शिक्षकों को भी प्रशिक्षण दिया जाएगा। चार माह तक ब्रिज कोर्स चलेगा।
लोकेंद्र डाबी, समन्वयक राज्य शिक्षा केंद्र।