बिना लाइसेंस के कोल्ड स्टोरेज में 6 क्विंटल मावा जप्त कर जमीन में दफनाय
मंदसौरPublished: Aug 02, 2019 11:43:22 am
बिना लाइसेंस के कोल्ड स्टोरेज में 6 क्विंटल मावा जप्त कर जमीन में दफनाय
मंदसौर.
जिले के सीतामऊ में खाद्य विभाग ने राजस्व अमले के साथ नेहा स्वीटस् के दुकान संचालक के मंदसौर रोड स्थित घर पर गुरुवार को बड़ी कार्रवाई की। यहां पर बिना लाइसेंस के कोल्ड स्टोरेज में पड़े ६ क्विंटल खराब मावा को नष्ट किया। वहीं करीब १५.७५ क्विंटल मावे का सेंपल लेकर जप्त किया। बिना लाइसेंस के कोल्ड स्टोरेज संचालित होने पर अधिकारियों द्वारा कोल्ड स्टोरेज को सील कर दिया गया। खाद्य निरीक्षक द्वारा दो सेंपल लिए गए। जिनको आज भोपाल की प्रयोगशाला में भेजा जाएगा।
फोन कर बुलाया, सीधे पहुंचे घर पर
जानकारी के अनुसार एडीएम बीएस कोचले को नेहा स्वीट्स के संचालक के घर पर मावे को लेकर शिकायत हुई थी। जिसको लेकर उन्होंने सीतामऊ तहसीलदार प्रीति भीते को मोबाइल पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। तहसीलदार भीते ने खाद्य निरीक्षक कमलेश जमरा को सीतामऊ आने के निर्देश दिए। यहां से तहसीलदार भीते ने खाद्य निरीक्षक से एक घर पर कार्रवाई करने और पुलिस बल बुलाने की बात कही। इसके बाद थानाप्रभारी सीतामऊ बीएस गोरे, तहसीलदार प्रीति भीते, खाद्य निरीक्षक कमलेश जमरा सहित अन्य कर्मचारी सभी नेहा स्वीट्स के संचालक बद्रीलाल मेहता के मंदसौर रोड स्थित घर मेहता मेंशन में पहुंचे। यहां पर घर पर कोल्ड स्टोरेज बना रखा था।
६ क्विंटल खराब मावे का दफनाया, १५ क्विंटल किया जप्त
खाद्य निरीक्षक कमलेश जमरा ने बताया कि नेहा स्वीट्स के संचालक बद्रीलाल मेहता के मंदसौर रोड स्थित घर में बने कोल्ड स्टोरोज से कुल 2१ क्विंटल मावा पाया गया। जिसमेंं से लगभग 6 क्विंटल मावा खराब सामने आया है। छह क्विंटल खराब मावा को जमीन में जेसीबी की मदद से कर्मचारियों ने दफ नाया दिया। वहीं 15.७५ क्विंटल मावे का सेंपल लेकर उसे जप्त किया गया। उन्होंने बताया कि जिस कोल्ड स्टोरेज में मावे की कार्रवाई की गई। वहीं से बर्फ ी का सेम्पल भी लिया गया। जिन्हें प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजा जाएगा। कोल्ड स्टोरेज का पंजीयन भी नहीं पाए जाने पर कोल्ड स्टोरेज को सील कर दिया गया है।
नहीं लगा रखी थी स्लीप
जमरा ने बताया कि कार्रवाई के दौरा खराब मावे को संचालक द्वारा खराब बताकर अलग रखने की बात कही गई। इस पर संचालक से खराब मावे पर स्लीप लगाने की बात कही। तो वह चुप हो गया। उन्होंने बताया कि जब संचालक से पूछा कि कितना पुराना मावा है तो उसने ढाई माह का बताया। जबकि यह मावा करीब ५ माह पुराना लग रहा है। मावे से बदबू आ रही थी। इससे यह माना जाएगा कि वह उसको बेच सकता था। राजस्व एवं खाद्य विभाग की यह कार्रवाई करीब चार घंटे तक चली। खराब मावे का धंधोड़ा की सरकार जमीन में दफनाया गया।