कलेक्टर ने विधि-विधान व मंत्रोच्चार के साथ से पूजा कर शिवना को शांत करने की प्रार्थना की। इसके साथ ही कलेक्टर ने शिवना के तट पहुंचकर शिवना की पूजा.अर्चना की और रौद्र रुप शांत करने का आह्वान किया। इस दौरान कलेक्टर-एसपी ने पशुपतिनाथ मंदिर क्षेत्र में चल रहे सफाई कार्य का निरीक्षण भी किया।
कल से शुरु हो गए दर्शन, आज से रुटीन सेवा हुई चालू
शिवना के रौद्र रुप के चलते पशुपतिनाथ मंदिर के गर्भगृह सहित मंदिर की छत तक पहुंचे पानी के कारण परिसर जलमग्न हो गया था। १४ को आई बाढ़ के बाद १६ तक पशुपतिनाथ की सेवा पूजा प्रभावित हुई। पंडित राकेश भट्ट ने बताया कि सफाई के बाद सोमवार को दोपहर २ बजे से मंदिर में दर्शन और अन्य काम शुरु हो गए थे। वहीं मंगलवार को प्रतिदिन की रुटींन की तरह बाबा पशुपतिनाथ के मंदिर पर सेवा-पूजा और दर्शन का काम शुरु हुआ। ४० घंटों बाद सोमवार दोपहर को पट खुलें थे। इसके बाद मंगलवार को सुबह ५ बजे से नियमित मंगलाआरती, अभिषेक और भोग के साथ दर्शन की प्रक्रिया शुरु हुई।
बाढ़ पीडि़तों के लिए स्वास्थ्य शिविर लगाएं
बाढ़ एवं अतिवृष्टि प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य शिविर लगाए जा रहे है। जहां परीक्षण कर उपचार किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा लोगों को प्राथमिक उपचार के लिए दवाइयां दी जा रही है। लोगों को चेकअप किया जा रहा है तथा स्वाइन फ्लूए डेंगू, चिकनगुनिया से बचाव के उपाय बताए जा रहे है।
आईटीआई भानपुरा को आईटीआई गरोठ में किया शिफ्ट
भानपुरा में आईटीआई भवन की अत्यधिक जर्जर स्थिति होने के कारण यहां की आईटीआई को गरोठ आईटीआई में शिफ्ट किया गया है। कलेक्टर ने जर्जर भवन में आईटीआई संचालित नहंी करने के निर्देश दिए है। आगामी आदेश तक आईटीआई भानपुरा के प्रशिक्षणार्थियो का प्रशिक्षण आईटीआई गरोठ में होगा।
धतूरिया पुलिया को छोड़कर सभी पुलिया का मरम्मत कार्य चालू
कलेक्टर ने बताया कि बाढ़ के चलते जिले में नदी-नालों पर क्षतिग्रस्त हुई पुल-पुुलियाओं में धतुरिया चंबल को छोड़ जिले की सभी पुलियाओं का मरम्मत का कार्य चालू कर दिया गया है। इसके बाद सभी जगहों के रास्ते चालू कर दिए जाएंगे। धतुरिया में चंबल पुलिया पूरी तरह नष्ट होने के कारण इसे नए सिरे से बनाना होगा।