यूपी के सीएम का पुतला जलता देखती रही पुलिस फिर कंट्रोल रुम से फोन आया तो बुझाने दौड़ी
मंदसौरPublished: Jul 21, 2019 11:25:24 am
यूपी के सीएम का पुतला जलता देखती रही पुलिस फिर कंट्रोल रुम से फोन आया तो बुझाने दौड़ी
यूपी के सीएम का पुतला जलता देखती रही पुलिस फिर कंट्रोल रुम से फोन आया तो बुझाने दौड़ी
मंदसौर.
कांग्रेस ने शनिवार को गांधी चौराहें पर केंद्र व यूपी सरकार के खिलाफ अलग-अलग मामलों को लेकर प्रदर्शन किया। इस दौरान मुकदर्शक बनी पुलिस के सामने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का पुतला भी कांग्रेसियों ने फूंक दिया। पुतला दहन तब हो रहा था तब तो पुलिस जवान खड़े थे, लेकिन सीसीटीवी कैमरों में जब कंट्रोल रुम पर यह घटनाक्रम देखा तो कोतवाली टीआई को वहां से फोन गया। इसके बाद आनन-फानन में वहां मौजूद पुलिसकर्मी इधर-उधर दुकानों से पानी लेकर जले हुए पुतले को बुझाने के लिए दौड़ और पुतला बुझाया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन भी तहसीलदार को सौंपा। इसमें केंद्र द्वारा प्रदेश की कमलनाथ सरकार के साथ भेदभाव करते हुए बजट कम देने का आरोप लगाया। इस दौरान कांग्रेस के कई दिग्गज नेता व पदाधिकारी प्रदर्शन से नदारद रहे।
राष्ट्रपति के नाम कांग्रेस ने सौंपे दो ज्ञापन
केंद्र सरकार द्वारा प्रदेश के साथ भेदभावपूर्ण व्यवहार व प्रियंका गांधी की गिरफ्तारी के विरोध में कांग्रेस ने प्रदर्शन किया और नारेबाजी की। इस दौरान राष्ट्रपति के नाम दो ज्ञापन सौंपे गए। ज्ञापन का वाचन कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रकाश रातडिया ने किया। पूर्व विधायक नवकृष्ण पाटिल, महेंद्र सिंह गुर्जर, मुकेश काला, राजेश रघुवंशी, सोमिल नाहटा, मोहम्मद हनीफ शेख ने ज्ञापन दिया। एक ज्ञापन में कहा गया केंद्र सरकार द्वारा प्रदेश के साथ भेदभाव किया जा रहा है। प्रदेश को दी जाने वाली राशि में से 2677 करोड़ रुपए कम कर दिए। दूसरे ज्ञापन में कहा कि यूपी के सोनभद्र जिले में भूमि विवाद में हिंसक घटना मे 10 लोगों की हत्या हुई एवं 28 लोग घायल हुए। पीडित परिवारो से मिलने के लिए कांग्रस नेता प्रियंका गांधी जा रही थी तो यूपी सरकार ने रोका और गिरफ्तार किया। जो अनुचित है। उन्होंने प्रदेश के हक का बजट केंद्र से दिलाने के साथ ही यूपी में दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई करते हुए सोनभद्र मामले में दोषियों पर सख्त कार्रवाई किए जाने की मांग की।