विभागीय प्रक्रिया और स्टॉफ के अभाव के कारण जिले का खाद्य विभाग पूरी तरह पंगु बना हुआ है। जो सैंपल लिए उनकी रिपोर्ट भी समय पर नहीं आ रही है। ऐसे मे ७० से अधिक सैंपल भोपाल लैब में एकत्रित हो गए और अभी भी सैंपल लिए जा रहे है। इसके अलावा जिले की साढ़े १४ लाख की आबादी पर सिर्फ एक ही अधिकारी है जो सेहत की जांच का काम कर रहा है।
ऐसे में अमले और लेटलतीफी की प्रक्रियाओं के कारण विभाग कार्रवाई तो ठीक पूरे जिले में एक साथ मिलावटखोरी रोकना तो दूर निगरानी भी नहीं कर पा रहा है। विभाग ने पूर्व में जो सैंपल लिए उस पर मिलावटखोरी सिद्ध नहीं कर पाए और नए सैंपल लेने का लगातार दौर जारी है और दीपोत्सव तक यह दौर सरकार के निर्देश मिलने के बाद अब लगातार चलेगा।
सुवासरा के तीन संस्थानों से लिए सेंपल
खाद्य एवं औषधि विभाग की टीम द्वारा जिले में लगातार कार्रवाई की जा रही है। खाद्य एवं सुरक्षा अधिकारी कमलेश जमरा ने बताया कि शुक्रवार को सुवासरा में तीन जगहों से सैंपल लिए। दूध कलेक्शन सेंटर का निरीक्षण किया। इसमें निर्मल मिल्क सेन्टर से गाय का दूध, सांईकृपा मिल्क सेंटर से भैंस का दूध और रजनीश किराना से बेसन के सेंपल को जब्त किया गया। खाद्य अधिकारी जमरा ने बताया कि सैंपल की रिपोर्ट लैब से आना बाकी है। शासन की और से दीपोत्सव को लेकर निर्देश मिले है और निरीक्षण कर सैंपल लिए जा रहे है।