त्यौहारी सीजन में नपा में दैनिकवेतनभोगी कर्मचारियों को वेतन के लिए परेशान होना पड़ रहा है तो वहीं आए दिन पेयजल की लाईन भी फूट रही है। नपा शहर की जरुरी कामों का भी मेटनेंस नहीं कर पा रही है। यह व्यवस्था तो अध्यक्ष के नहीं होने पर भी सुचारु थी, लेकिन अब सीएमओ का मामला ही उलझन में पड़ गया तो सभी काम रुक गए है।
आज नहीं किया भुगतान तो देना होगा पैनल्टी
जानकारी के अनुसार वाटर वक्र्स शाखा को लेकर नपा को ९ सितंबर तक की स्थिति में १७ लाख के बिजली बिल का भुगतान करना है। जो सीएमओ के काम नहीं कर पाने की स्थिति में अब तक नहीं हुआ है। यदि सोमवार को बिल का भुगतान नहीं हुआ तो नपा को करीब २३ हजार रुपए का अतिरिक्त भार वहन करते हुए पैनल्टी चुकाना होगी। वहीं स्ट्रीट लाईट का बिल भी आने को है। नपा हर माह ४० से ४५ लाख रुपए का भुगतान बिजली कंपनी को करती है। इसके अलावा नपा में करीब ७०० कर्मचारी जो दैनिकवेतन भोगी और मस्टर पर है। जिनका अगस्त माह का वेतन भी त्यौहारी सीजन होने के बाद भी अब तक नहीं हो पाया है। इसके अलावा पेयजल वितरण व्यवस्था में बार-बार शहर में विभिन्न जगहों पर फूट रही पेयजल पाईप लाईन का मेंटनेस भी नहीं हो पा रहा है। वहीं सफाई व्यवस्था भी चरमरा गई है।