कटौती का यह है प्रमुख कारण
विभाग से मिली जानकारी के अनुसार गर्मी के कारण अचानक से बिजली की खपत बढ़ गई है। आम तौर के बजाए गर्मी के इन दिनों में २० प्रतिशत अधिक बिजली की खपत हो रही है। खपत अधिक होने और उत्पादन प्रभावित होने के कारण फीडर बंद हुए तो कटौती होना शुरु हो गया। जनरेशन और डिमांग में आए अंतर के कारण जिले में अघोषित कटौती का दौर शुरु हो गया। शाम को पीक समय के चलते लोड सेटिंग के कारण कटौती की जा रही थी। हालांकि अभी कटौती में सुधार हो रहा है और स्थिति सामान्य होती जा रही है।
विभाग से मिली जानकारी के अनुसार गर्मी के कारण अचानक से बिजली की खपत बढ़ गई है। आम तौर के बजाए गर्मी के इन दिनों में २० प्रतिशत अधिक बिजली की खपत हो रही है। खपत अधिक होने और उत्पादन प्रभावित होने के कारण फीडर बंद हुए तो कटौती होना शुरु हो गया। जनरेशन और डिमांग में आए अंतर के कारण जिले में अघोषित कटौती का दौर शुरु हो गया। शाम को पीक समय के चलते लोड सेटिंग के कारण कटौती की जा रही थी। हालांकि अभी कटौती में सुधार हो रहा है और स्थिति सामान्य होती जा रही है।
हर कोई है कटौती से परेशान
सीतामऊ के तितरोद निवासी देवीदास ने बताया कि 24 घंटों में करीब १० बार अघोषित विद्युत कटौती की जा रही है। रात में कभी भी एक से डेढ़ घंटे की कटौती हो जाती है। सुबह-शाम हो रही वो अलग है। एक तो गर्मी और मच्छरों से बेहाल है ऊपर से लाइट कटौती की मार से रात भर जगाना पड़ रहा है। वही मजेसरी के वीरेंद्र सिंह ने बताया की 24 घंटो में करीं 6 घंटो की अघोषित विद्युत कटौती झेलना पड़ रही है।
सीतामऊ के तितरोद निवासी देवीदास ने बताया कि 24 घंटों में करीब १० बार अघोषित विद्युत कटौती की जा रही है। रात में कभी भी एक से डेढ़ घंटे की कटौती हो जाती है। सुबह-शाम हो रही वो अलग है। एक तो गर्मी और मच्छरों से बेहाल है ऊपर से लाइट कटौती की मार से रात भर जगाना पड़ रहा है। वही मजेसरी के वीरेंद्र सिंह ने बताया की 24 घंटो में करीं 6 घंटो की अघोषित विद्युत कटौती झेलना पड़ रही है।
इधर आक्रोश के साथ शुरु हो गया विरोध का दौर
लगातार हो रही कटौती से आम लोगों में जहां आक्रोश बढ़ता जा रहा है तो वहीं जिले में कांग्रेस द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जा ने लगा है। बिजली कंपनी से लेकर सीएम के खिलाफ कटौती को लेकर प्रदर्शन हो रहे है। तो सोशल मीडिया पर भी कटौती के चलते सीधे तौर पर सरकार के खिलाफ आम लोगों द्वारा विरोध किया जा रहा है।
लगातार हो रही कटौती से आम लोगों में जहां आक्रोश बढ़ता जा रहा है तो वहीं जिले में कांग्रेस द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जा ने लगा है। बिजली कंपनी से लेकर सीएम के खिलाफ कटौती को लेकर प्रदर्शन हो रहे है। तो सोशल मीडिया पर भी कटौती के चलते सीधे तौर पर सरकार के खिलाफ आम लोगों द्वारा विरोध किया जा रहा है।
धीरे-धीरे सामान्य हो रही स्थिति
गर्मी बढ़ते ही बिजली की खपत भी बढ़ गई है। जनरेशन और डिमांड के लिहाज से कटौती की जा रही है। सामान्य दिनों के मुकाबले इन दिनों करीब 20 फीसदी खपत बढ़ गई है। ऐसे में ग्रामीण इलाको के अलग अलग फीडरों पर पीक टाइम के दौरान कटौती की जा रही है। इंदौर और जबलपुर में पावर सिस्टम लगे हे। जैसे ही लोड बढ़ता है मेसेज मिलता है तब कटौती की जा रही है। यह पीक टाइम सुबह और शाम 7 से 9 बजे तक का है। इस दौरान पावर लोड को बेलेंस करने के लिए कटौती की जा रही यही है। जल्द ही सामान्य हो जाएगा।-सुधीर आचार्य, अधीक्षण यंत्री, एमपीईबी
गर्मी बढ़ते ही बिजली की खपत भी बढ़ गई है। जनरेशन और डिमांड के लिहाज से कटौती की जा रही है। सामान्य दिनों के मुकाबले इन दिनों करीब 20 फीसदी खपत बढ़ गई है। ऐसे में ग्रामीण इलाको के अलग अलग फीडरों पर पीक टाइम के दौरान कटौती की जा रही है। इंदौर और जबलपुर में पावर सिस्टम लगे हे। जैसे ही लोड बढ़ता है मेसेज मिलता है तब कटौती की जा रही है। यह पीक टाइम सुबह और शाम 7 से 9 बजे तक का है। इस दौरान पावर लोड को बेलेंस करने के लिए कटौती की जा रही यही है। जल्द ही सामान्य हो जाएगा।-सुधीर आचार्य, अधीक्षण यंत्री, एमपीईबी