बैठक के दौरान जिले में एनडीपीएस के मामलो को लेकर नाराजगी जताई और सख्त लहजें में उन्होंने पुलिस को जनता के बीच अपनी छवि सुधारने और एनडीपीएस के मामले में गरीबों को परेशान नहीं करने की बात कही। बैठक के दौरान भावगढ़ थाना उनके निशान पर रहा तो पिछले दिनों नाहरगढ़ थाना क्षेत्र के डोडाचूरा मामले को लेकर भी नाराजगी जताई। इन दो थाना प्रभारियों को बैठक में डाट मिली।
डीआईजी गौरव राजपूत ने बताया कि बैठक के दौरान अपराधों की समीक्षा की। थानावार अपराधों की समीक्षा के साथ ही लंबित चल रहे अपराधों का निराकरण जल्द करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही जनता के बीच उनका भरोसा जीतकर पुलिस को काम करने की नसीहत भी दी। बैठक में एसपी हितेश चौधरी के साथ एएसपी मनकामना प्रसाद, गरोठ एएसपी विनोदसिंह, सीएसपी नरेंद्र सोलंकी, एसडीओपी दिलीपङ्क्षसह बिलवाल, भरणभूषण चौधरी, विनोद शर्मा सहित जिले के सभी थानों के थाना प्रभारियों के साथ ही चौकी प्रभारी भी मौजूद थे।
हिरासत में लिए व्यक्ति का रखों विशेष ध्यान
बैठक के दौरान डीआईजी ने पुलिस महकमें को निर्देश देते हुए कहा कि हिरासत में लिए गए युवक को विशेष ध्यान रखों। पुलिस हिरासत में लिए युवक पर अपराध की जांच के साथ उसका ध्यान भी विशेष तौर पर रखा जाए। पुलिस हिरासत में पिछले दिनों हुई घटनाओं के आए मामले को देख डीआईजी के दिए इन निर्देशों को देखा जा रहा है। जो अपराध है। उनकी समीक्षा की। गंभीर अपराधों में एहतियात के साथ अपनी जांच को आगे बढ़ाने के निर्देश दिए। कई मामलों में थान प्रभारियों को सजग रखते हुए कार्रवाई को अंजाम देने की बात भी कही।
नाहरगढ़ मामले पर जताई नाराजगी
्रपिछले दिनों नाहरगढ़ थाना क्षेत्र में डोडाचूरा के मामले को लेकर बैठक मे खासी नाराजगी जताई और थाना प्रभारी को इस मामले पर डाट भी पड़ी। एसपी ने भी इस मामले में पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की। डीआईजी राजपूत ने बताया कि नाहरगढ़ मामले में एसपी जांच रिपोर्ट सब्मिट करेंगे। इसके बाद इस पर आगे कुछ कहा जा सकेगा। इसके साथ ही भावगढ़ थाना प्रभारी भी उनके निशाने पर रखें। उनसे भी कहा कि तुम्हारी बहुत शिकायत आ रही है। काम करने को लेकर भी फटकार लगाई। इसके साथ ही एनडीपीएस से जुड़े मामलों में पूरी जांच पारदर्शिता से करने और गरीबों को परेशान नहीं करने के निर्देश दिए।