scriptदेश के बड़े सेंटरों सेे रेलवे के दोहरीकरण से मंदसौर संसदीय क्षेत्र जुड़ेगा सीधे | Doubling of railways with major centers of the country will directly c | Patrika News

देश के बड़े सेंटरों सेे रेलवे के दोहरीकरण से मंदसौर संसदीय क्षेत्र जुड़ेगा सीधे

locationमंदसौरPublished: May 19, 2022 04:11:02 pm

Submitted by:

Vikas Tiwari

किसानों- व्यापारियों को होगा फायदा

mandsaur news

mandsaur news

मंदसौर.
जिले में सडक़ मार्ग में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे के साथ उज्जैन-गरोठ फोरलेन से बड़ी सुविधा जिले को मिली। और अब रेल मार्ग पर रतलाम, नीमच और मंदसौर क्षेत्र को बड़ी सौगात मिली है। रतलाम से लेकर मंदसौर और मंदसौर से लेकर नीमच तक रेलवे का दोहरीकरण होगा। यह कार्य दो साल में लगभग पूरा हो जाएगा। इस कार्य के निगरानी सीधे पीएमओ कार्यालय से होगी। यह कार्य होने के बाद देश के लगभग सभी बड़े सेंटरों से सीधे संसदीय क्षेत्र जुड़ जाएगा। इससे आमजन को तो फायदा होगा साथ ही किसानों और व्यापारियों को भी इससे बड़ा लाभ मिलेगा।
रतलाम-मंदसौर-नीमच रेलवे दोहरीकरण करीब १३५ किलोमीटर का होगा। इसकी लागत करीब एक हजार करोड़ से अधिक की होगी। रेलवे के जानकारों की माने तो इसके लिए एक ही कंपनी कार्य करेगी और इस दोहरीकरण के कार्य की सीधे रूप से निगरानी पीएमओ से होगी। दोहरीकरण का कार्य दो भागों में होगा। इसमें एक रतलाम से दलौदा और दूसरा पार्ट दलौदा से नीमच तक है। जानकारी के मुताबिक चित्तौड़ से नीमच का दोहरीकरण का कार्य अंतिम चरण में है। रतलाम से नीमच तक दोहरीकरण होने के बाद यह रूठ पूरा कंपलीट हो जाएगा।
जानकारों की माने तो रतलाम-मंदसौर-नीमच रेलवे दोहरीकरण का कार्य पूर्ण करने के लिए मार्च २०२५ की डेडलाइन दे रखी है। यह कार्य २०२४ के अंत तक पूरा हो इसके लिए सांसद सुधीर गुप्ता प्रयास कर रहे है। दोहरीकरण का कार्य इस साल के अंत में शुरु हो जाएगा। दोहरीकरण के कार्य को एक कंपनी के द्वारा किया जाएगा। इससे सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि कार्य की गति तेज रहेगी।
दोहरीकरण से यह होगा फायदा
्रदिल्ली-मुंबई के लिए यह रूठ एक शार्ट कट रूठ भी है। लेकिन वर्तमान में इस रूठ पर सिंगल टे्रक होने के कारण उतनी टे्रने नहीं चलती है। जब रतलाम-मंदसौर-नीमच रेलवे दोहरीकरण का कार्य पूर्ण हो जाएगा। उसके बाद जिन टे्रनों को आउटर पर खड़ा रहना पड़ता है। उनको नहीं रहना पड़ेगा। जानकारों की माने तो अभी जितनी टे्रनें चल रही है। उससे दो गुना टे्रनों की संख्या हो जाएगी। इससे आमजन को यात्रा करने में अधिक सुविधा होगी। इसके साथ ही मालगाडिय़ों का भी आवागमन अधिक होगा। तो व्यापारियों के साथ-साथ किसानों को भी अपनी उपज सीधे बड़े रूठ पर भेजने में आसानी होगी। दोहरीकरण से दक्षिण भारत, उत्तरभारत के पूर्वाचंल सहित अन्य बड़े स्टेशन से सीधे रूप से संसदीय क्षेत्र जुड़ जाएगा।
इनका कहना…
दोहरीकरण का कार्य २०२४ के अंत तक पूरा हो जाए। इसके लिए पूरा प्रयास किया जाएगा। दोहरीकरण से आमजन को यात्रा में तो बहुत बड़ा फायदा मिलेगा। साथ ही व्यापारियों और किसानों को भी इसका लाभ होगा। दोहरीकरण से दक्षिण भारत, उत्तरभारत के पूर्वाचंल सहित बड़े स्टेशनों से सीधे कनेक्टिविटी होगी।
सुधीर गुप्ता, सांसद।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो