गर्मी के कारण 271 हेडपंप और 60 नलजल योजना तोड़ देगी ‘15 दिनों में दम’
मंदसौरPublished: Jun 19, 2019 08:57:03 pm
गर्मी के कारण 271 हेडपंप और 60 नलजल योजना तोड़ देगी ‘15 दिनों में दम’
मंदसौर.
जिले के कई ग्रामीण क्षेत्रों में पानी को लेकर काफी परेशानी है। इस परेशानी को ग्राम पंचायतों को पंचपरमेश्वर योजना के तहत मिलने वाली राशि का केवल साढ़े सात प्रतिशत राशि खर्च कर दूर किया जाता है। यही कारण है कि जिले में बड़ी संख्या में बंद पड़े हेंडपप और नलजल योजना अभी तक ठीक नहीं हुई है। वहीं गर्मी में आने वाले १५ दिनों में जिले में करीब २७१ हेडपंप और ६० नलजल योजना दम तोड़ देगी। अधिकारियों से पानी के संकट को लेकर पूछा गया तो उन्होंने कहा कि जो नलजल योजना, हेडपंप और अन्य स्त्रोत ठीक होने जैसे थे। उनको ठीक करवा दिया जाता है।
अलग से नहंी बजट, आबादी के अनुसार योजना की राशि
जिला पंचायत से मिली जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत को पंचायत की आबादी के अनुसार पंचपरमेश्वर योजना के तहत राशि मिलती है। कम से कम पांच लाख रूपए से लेकर अधिक से अधिक १२ लाख रूपए तक की राशि मिलती है। इस राशि का साढ़े सात प्रतिशत जल के लिए खर्च करना होता है। इससे अधिक नियमानुसार राशि ग्राम पंचायत खर्च नहीं कर सकती है।
६५३ हेडपंप और २० नलजल योजना पड़ी बंद
जिला पंचायत से मिली जानकारी के अनुसार जिले में कुल ५ हजार ८०८ हेडपंप है। जिनमें से ५ हजार १५५ हेडपंप चालू है। और ६५३ बंद पड़े हुए है। इसी प्रकार जिले में ४०४ नलजल योजना है। जिसमेंं से २० नलजल योजना बंद है। इसके अलावा अन्य स्त्रोत १२०२ है। जिसमें से ३९२ अन्य स्त्रोतों में पानी नहीं है। जिले में सबसे अधिक पानी की समस्या सीतामऊ क्षेत्र में है। यहां पर १४९ हेडपंप बंद पड़े हुए है और ६ नलजल योजना बंद पड़ी हुई है।
१५ दिन में ३२१ जलस्त्रोत बंद होने की कगार पर
जानकारी के अनुसार जिले में बंद पड़े जलस्त्रोत की स्थिति के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में परेशानी तो है। लेकिन यह परेशानी आने वाले १५ दिनों में ओर भी भयावह हो जाएगी। जिले मे करीब ३२१ ओर जलस्त्रोत गर्मी के कारण दम तोड़ देगें। इसमें २७१ हेडपंप और ६० नलजल योजनाएं है। हंालाकि विभाग ने १५ दिन पहले बंद हुए २८८ हेडपंप और १२ नलजल योजनाओं को करीब १९२ लाख रूपए की लागत से फिर से दुरुस्त करवाया है