scriptस्कूल के पास नहीं स्वयं का भवन, किराए के भवन में पढऩे को मजबूर | edicution news in madsaur | Patrika News

स्कूल के पास नहीं स्वयं का भवन, किराए के भवन में पढऩे को मजबूर

locationमंदसौरPublished: Jun 29, 2019 11:49:27 am

Submitted by:

Nilesh Trivedi

स्कूल के पास नहीं स्वयं का भवन, किराए के भवन में पढऩे को मजबूर

patrika

स्कूल के पास नहीं स्वयं का भवन, किराए के भवन में पढऩे को मजबूर

मंदसौर.
हाथ में बिछाने की टाटपट्टी, और किताबों से लेकर अपने बैग की सभी चीजें। शिक्षक भी साथ में उसके हाथ में रजिस्ट्रर से लेकर शिक्षण सामग्री। बच्चें आगे और पीछे-पीछे शिक्षक यह नजारा है। समीप के गांव ग्राम खजूरीमांडा का। दरअसल यहां स्कूल के पास स्वयं का भवन नहीं होने के कारण विद्यार्थियों को इधर-उधर भटनका पड़ रहा है। बिना भवन के पढ़ रहे विद्यार्थी कभी किराए के भवन में तो कभी पंचायत के भवन में बैठकर पढऩे को मजबूर है। इधर शिक्षक के साथ बच्चें भी परेशान है। ऐसे हालत में स्कूल में छात्र संख्या भी दिनोंदिन कम होती जा रही है। लंबे समय से चली आ रही समस्या के कारण विद्यार्थियों को परेशान होना पड़ रहा है तो इनके अभिभावक भी बच्चों को स्कूल भेजने में इसी समस्या के कारण संकोच कर रहे है।
स्कूल के पास स्वयं का भवन नहीं होने के कारण यहां पढऩे आ रहे विद्यार्थियों को इधर-उधर भटकना पड़ रहा है। भवन के अभाव में किराए के भवन में पढऩे वाले बच्चों को उस समय अधिक परेशानी हुई जब मकान मालिक ने यह बंद कर दिया तो बिल्डिंग नहीं होने के कारण पढ़ते हैं। बच्चे किराए के घर में 2 साल पहले स्कूल की बिल्डिंग जजर्र होने के कारण शासन ने उसको गिरा दिया गया था। इसी कारण से 2 साल से बच्चे किराए के घर में पढ़ रहे थे। वह अब किराएदार ने खाली करवा दिया तो बच्चों को पढऩे के लिए पंचायत ने स्थान दिया।
ग्राम पंचायत में पढ़ाते है शिक्षक
बच्चों की पढ़ाई ग्राम पंचायत में होती है। सरपंच का कहना है कि जो स्कूल की बाउंड्री है इसमें भवन स्कूल बिल्डिंग बनाने की तैयारी कर रहे हैं पर उसके पास लगने वाली जमीन वह दूसरे की है। वह विवादित मामला बन चुका है तो हमने पटवारी से स्कूल की जमीन नापने के लिए दो -तीन बार आवेदन दे दिया। फिर भी पटवारी ने अभी तक अभी तक बाउंड्री नहीं नापी स्कूल का भवन का काम रुका हुआ पड़ा व सरपंच का कहना है कि 2 साल से हमारे ग्राम पंचायत में सचिव भी नहीं था। इसी कारण हमें बहुत परेशानियां आई वह विधानसभा के चुनाव के बाद बिल्डिंग का निर्माण का काम चलाने का था पर आचार संहिता लगने पर फिर काम रुक चुका है वह अब किराएदार ने खाली करवा दिया मकान तो हमने हमारी पंचायत में बच्चों को पढ़ाने की व्यवस्था कर दी गई है और कुछ ही दिनों में हम भवन बना देंगे उसमें बच्चे पढ़ाई करेंगे। पंचायत की तरफ से तो हम तैयार है पर जब तक पटवारी जमीन नाप कर हमें नहीं देंगे तब तक हम बिल्डिंग का निर्माण नहीं कर पाएंगे।
शिक्षक गोपाल शर्मा का कहना है कि पहले की बिल्डिंग जर्जर हो गई थी तो 2 साल पहले शासन ने उसको गिरा दी। इसके बाद अभी तक बिल्डिंग नहीं बनी अभी 2 साल से बच्चे किराए के मकान में पढ़ रहे थे तो इस बार किराए के मकान मालिक ने खाली करवा दिया तो हमने सरपंच से अवगत कराया सरपंच ने कहा कि हमारी पंचायत खाली पड़ी अभी जब तक स्कूल की बिल्डिंग नहीं बने तब तक आप यहां पढ़ा सकते हो और स्कूल की जमीन बस थोड़ा विवाद लोग हैं तो अभी स्कूल की बिल्डिंग का काम नहीं चला वह कई दिनों से ग्राम पंचायत में सचिव वही सचिव ही नहीं था इस बार सचिव आ चुके हैं जल्द इस बिल्डिंग का निर्माण होगा और समस्या का समाधान होगा।

ट्रेंडिंग वीडियो