सीतामऊ के काचरिया चंद्रावत में ओलावृष्टि के मुआवजे को लेकर विरोध हुआ तो शामगढ़ के पिछला गांव में पूरा गांव लामबंद हो गया। इन ग्रामीणों का कहना था कि रोड कंपनी का ठेकेदार गांव के समीप स्थित मगरे घाटी को पिछले कई दिनों से खोद कर छलनी कर रहा है। इसका कही से भी कोई ठेका नहीं हुआ है। इसे रोकने और कार्रवाई की मांग को लेकर कई बार अधिकारियों को आवेदन दिए, लेकिन किसी ने नहीं रोका तो गांव बाबरेचा और सुरखेड़ा में सुबह से विरोध चल रहा है। यहां ग्रामीण धुंधडक़ा से डिगांव वाली जर्जर सडक़ को लेकर मतदान का बहिष्कार कर रहे है। इसी तरह जिले के कई गांवों में मतदान की शुरुआत के साथ विरोध का क्रम भी चल रहा है।