दफ्तरों में पसरा रहा सन्नाटा
इधर मतदान प्रक्रिया शांतिपूर्ण संपन्न होने के बाद प्रशासनिक अमले ने बड़ी राहत की सांस ली। मतदान से फ्री होने के बाद मंगलवार को सरकारी दफ्तरों में सन्नाटा पसरा रहा। अधिकांश अधिकारियों व कर्मचारियों ने जरनी डे मनाते हुए आराम किया। इसी के चलते कार्यालयों में सन्नाटा पसरा रहा।
कड़े पहरे में उम्मीदवारों का भविष्य और मतदाताओं का निर्णय
मतदान दलों द्वारा मशीनों को स्ट्रांग रुम पर जमा कराने के बाद प्रशासन के अमले ने सभी मशीनों को कमरें में रखकर उस कमरें को पूरी तरह सील कर दिया है। यहां से अब यह मशीनें २३ मई को सुबह मतगणना के समय ही बाहर निकाली जाएगी। मशीनें जहां रखी है। वहां जवानों का कड़ा पहरा लगाया गया है। कड़े पहरे के बीच स्ट्रांग रुम में मतदाताओं को निर्णय और उम्मीदवारों का भविष्य कैद है जो २३ को सामने आएगा।
सुबह तक जमा होती रही सामग्री
जिले की चारों विधानसभाओं के लिए स्ट्रांग रुम शहर में पीजी कॉलेज में बनाया गया था। ऐसे में जिले के सभी मतदान केंद्रों से मतदान दल मतदान सोमवार को पूरा होने के बाद मंदसौर पहुंचे। ऐसे में दूर जगह से दलों को आने में समय लगा।इसके चलते सुबह ३.३० बजे तक जिले के अलग-अलग जगहों से मतदान दल केंद्रों पर पहुंचते रहे और मंगलवार को सुबह होने तक मतदान सामग्री जमा होने का दौर चलता रहा। सामग्री जमा करने के बाद फ्री हुए कर्मचारी अपने-अपने घरों पर मंगलवार को लौट पाए।
तो कोई आधी रात को यहां से रवाना हुआ। जहां जाने के साधन नहीं थे, उन्हें सुबह होने तक का इंतजार करना पड़ा।
बसें लौटने से पटरी पर लौटा परिवहन
मतदान संपन्न होने के बाद पिछले तीन दिनों से रुट से गायब बसें मंगलवार को रुट पर लौटी। हालांकि अभी सभी बसें नहीं आई है, लेकिन अधिकांश बसें अपने-अपने रुट पर पहुंची। बसों के लौटने के साथ परिवहन भी पटरी पर लौटा और यात्रियों को सुविधसा मिली। बस स्टेंड से लेकर ग्रामीण अंचल में फिर से रौनक लौटी। जिले के अंचल में चलने वाली बसों के साथ ही समीप के जिलों में आने-जाने वाली बसों की आवाजाही शुरु होने से यात्रियों को पिछले तीन से हो रही परेशानी से निजात मिली। वहीं यात्री बसों के साथ छोटे वाहनों के आने से भी परिवहन के नाम पर लोगों की परेशानी अब दूर हो गई। हालांकि अभी भी कुछ बसें देर रात को फ्री होने के कारण सुबह जल्दी समय होने के कारण नहीं लौट पाई। वह भी आज से रुट पर लौट आएगी। ऐसे में बुधवार से पूरी परिवहन व्यवस्था फिर से पहले की तरह पटरी पर लौट आएगी।
बसें लौटने से पटरी पर लौटा परिवहन
मतदान संपन्न होने के बाद पिछले तीन दिनों से रुट से गायब बसें मंगलवार को रुट पर लौटी। हालांकि अभी सभी बसें नहीं आई है, लेकिन अधिकांश बसें अपने-अपने रुट पर पहुंची। बसों के लौटने के साथ परिवहन भी पटरी पर लौटा और यात्रियों को सुविधसा मिली। बस स्टेंड से लेकर ग्रामीण अंचल में फिर से रौनक लौटी। जिले के अंचल में चलने वाली बसों के साथ ही समीप के जिलों में आने-जाने वाली बसों की आवाजाही शुरु होने से यात्रियों को पिछले तीन से हो रही परेशानी से निजात मिली। वहीं यात्री बसों के साथ छोटे वाहनों के आने से भी परिवहन के नाम पर लोगों की परेशानी अब दूर हो गई। हालांकि अभी भी कुछ बसें देर रात को फ्री होने के कारण सुबह जल्दी समय होने के कारण नहीं लौट पाई। वह भी आज से रुट पर लौट आएगी। ऐसे में बुधवार से पूरी परिवहन व्यवस्था फिर से पहले की तरह पटरी पर लौट आएगी।
अवकाश घोषित फिर भी यहां फोन लगाकर बुलाया दफ्तर
मतदान के बाद २० मई को कलेक्टर ने मतदान प्रक्रिया में लगे सभी कर्मचारियों के लिए मंगलवार को अवकाश घोषित किया था। अधिकांश अधिकारी व कर्मचारियों ने अवकाश मनाया। लेकिन एलआईसी और बैंकों के जिन कर्मचारियों को मतदान प्रक्रिया में लगाया था। उन्हें अवकाश मनाने का अवसर नहीं मिला। जानकारी के अनुसार कलेक्टर ने भले ही अवकाश घोषित किया हो, लेकिन मंगलवार को एलईआसी और बैंकों के कर्मचारियों को फोन लगाकर दफ्तर बुलाया गया।ऐसे में रात तक सामग्री जमा कर घर लौटे कर्मचारी सुबह सो रहे थे और फोन आने के बाद उन्हें दफ्तर जारना पड़ा।
23 मई को रहेगा शुष्क दिवस
कलेक्टर धनराजू एस ने मतगणना वाले दिन 23 मई को जिले में शुष्क दिवस घोषित किया है। इस दौरान जिले में संचालित समस्त देशी एवं विदेशी मदिरा दुकानों से मदिरा का विक्रय पूर्णत: प्रतिबंधित रहेगा।
कलेक्टर धनराजू एस ने मतगणना वाले दिन 23 मई को जिले में शुष्क दिवस घोषित किया है। इस दौरान जिले में संचालित समस्त देशी एवं विदेशी मदिरा दुकानों से मदिरा का विक्रय पूर्णत: प्रतिबंधित रहेगा।