किसान की मौत के बाद प्रशासन ने सबसे पहले कराई मृतक की लहसुन नीलाम
कृषि उपज मंडी में सो रहे किसान को पिकअप सवार ने चपेट में ले लिया। हादसे में किसान की मौत हो गई वही आरोपी पिकअप सहित फरार हो गया। जिसे किसानों ने पकड़ लिया। घटना रात करीब 3.30 बजे की है। रतलाम जिले के आलोट तहसील के माल्या गांव से किसान दिनेश मालवीय (32) गांव से लहसुन की उपज लेकर मंदसौर कृषि उपज मंडी में आया था। किसान ने शेड में लहसुन का ढेर लगाकर समीप में बाहर सो गया था। देर रात 3.30 बजे के करीब लहसुन से भरी एक पिकअप क्रमांक एमपी 14 जीसी 2579 के चालक शुभम डांगी निवासी कयामपुर थाना नाहरगढ़ ने लापरवाही पूर्वक वाहन चलाते हुए सो रहे किसान के ऊपर चढ़ा दी। इस हादसे में किसान की मौके पर ही मौत हो गईं । प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि रात में वे वाहन में सो रहे थे। सो रहे किसान पर पिकअप चढ़ते ही चीखने की आवाज सुन हम सब दौड़े लेकिन पिकअप चालक मौके से भाग गया जिसे बाद में पकड़ लिया। किसान को तुरंत जिला अस्पताल ले गए लेकिन उसकी मौत हो गई। सुबह किसान के परिजन मंदसौर पहुंचे और शव का पोस्टमार्टम करवाया। उधर सुबह किसानों के हंगामे की आशंका में मंडी प्रशासन ने मृतक किसान की लहसुन सबसे पहले नीलाम की।
मंडी प्रशासन पर रुपए लेकर एंट्री देने के लगे आरोप
सुबह कई किसानों ने मंडी प्रशासन पर रुपए लेकर मंडी में वाहनो को एंट्री देने के आरोप लागाए। उज्जैन से आए किसान मांगीलाल अहित अन्य किसानों ने बताया कि हम दो दिनों से मंडी के बाहर लाइन में खड़े हैं, लेकिन मंडी के कर्मचारी रात में रुपए लेकर वाहनों को मंडी में एंट्री देते है। मंडी का गेट शाम 6 बजे ही बंद हो गया थ तो फिर रात में साढ़े तीन बजे पिकअप को किसके कहने से प्रवेश दिया। सिस्टम की मिलीभगत के कारण किसानों का यहां शोषण हो रहा है। उन्होंने जांच कर मिलीभगत करने वालों पर कार्रवाई की मांग की।
लोकल लोडिंग वाहनों से कर्मचारियों की साठगांठ
किसानों ने आरोप लगाया कि मंडी कर्मचारियों की लोकल लोडिंग वाहनों से सांठगांठ रहती है। किसान भी जल्दी नीलामी चक्कर में इन्ही वाहन चालकों की गाड़ी में उपज लोड कर मंडी में प्रवेश कर लेते है। जबकि ऐसा नहीं करने वाले किसानों को बाहर ही कई दिनों तक कतार में खड़े होकर इंतजार करना पड़ता है। बीती रात भी ऐसा ही हुआ रात साढ़े तीन बजे पिकअप को एंट्री मिली।
गिरफ्तार हुई है
मामले में शुभम की गिरफ्तारी हुई है। लहसुन बेचने मंडी में आना बताया है। -जितेंद्र पाठक, टीआई
आर्थिक सहायता के लिए बना रहे फाइल
प्रांगण के अंदर मौत हुई है। आर्थिक सहायता के लिए फाइल तैयार कर रहे है जो शासन को भेजी जाएगी। प्रावधान के अनुसार आर्थिक सहायता दिलाई जाएगी। सीसीटीवी कैमरें नहीं देखे है। -जेएस परमार, मंडी सचिव