खाद्य विभाग ने ले लिए सेंपल अब कर रहे जांच रिपोर्ट का इंतजार
मंदसौरPublished: Aug 09, 2019 12:34:53 pm
खाद्य विभाग ने ले लिए सेंपल अब कर रहे जांच रिपोर्ट का इंतजार
मंदसौर.
बारिश का मौसम चल रहा है। जिले में कई नदी-नालों में बाढ़ जैसे हालात है। ऐसे ही हालात खाद्य विभाग की भोपाल की प्रयोगशाला के भी है। यहां पर मिलावटी खोरों के खिलाफ प्रदेश में चलाए जा रहे अभियान में लिए गए सेंपलों की बाढ़ सी आ गई है। जिसके कारण जिले में खाद्य अधिकारी को लिए गए सेंपल की रिपोर्ट नहीं मिल पा रही है। अधिकारियों की माने तो १४ दिन में जांच रिपोर्ट आना चाहिए। लेकिन १४ दिन से भी अधिक समय बीत जाने के बाद रिपोर्ट नहीं आ रही है। सबसे बड़ी बात तो यह है कि रिपोर्ट कब तक आएगी। यह कोई भी अधिकारी कहने की स्थिति में नहीं है।
विभाग ने ३१ सेंपल भेजे प्रयोगशाला
खाद्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार २३ जुलाई से जिले में अभियान के तहत कार्रवाई करना शुरु की गई थी। इसके तहत कुल ३१ सेंपल खाद्य निरीक्षक द्वारा लिए गए। इनमें मावा, दूध, घी, पनीर, मिठाई, केक, घेवर, पोहा, बर्फी, नमकीन, पाम आईल, केसरी कुकिंग मीडियम, सोयाबीन तेल के सेंपल शामिल है। इनमें से कई सेंपल को भेजे १४ दिन से अधिक समय बीत गए है। लेकिन अभी तक जांच रिपोर्ट नहीं आई है।
पांच दिनों से अटकी कार्रवाई
खाद्य सामग्रियों के जांच करने के लिए विभागीय अधिकारी अभी सक्षम नहीं है। इसका सबसे बड़ा कारण है कि अभिहित अधिकारी के अधिकार सीएमएचओ से ले लिए गए है। अभी तक किसको यह अधिकार दिए जाए। इसको लेकर कोई भी नए आदेश सरकार के द्वारा जारी नहीं किए गए है। जिसके कारण से जिले में खाद्य विभाग की कार्रवाई रूकी हुई है। स्थानीय अधिकारियों द्वारा नमूने लेने के लिए भी आलाअधिकारियों से अन ुमति मांगी गई। लेकिन उन्होंने भी मना कर दिया।
१ माह भी लग सकता रिपोर्ट आने में
खाद्य एवं औषधि कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार वर्तमान में प्रयोगशाला में तीन गुना सेंपल रखे हुए है। वहंा पर जांच करने वाले दो ही अधिकारी है। ऐसे में जिले से भेजे गए ३१ सेंपलों की जांच रिपोर्ट १४ दिन के बजाए एक माह में आने की संभावना है। ऐसे में जिसके यहां से जांच रिपोर्ट नेगेटिव आने वाली होगी। वह मिलावट का ही सामन बेचता रहेगा।
इनका कहना…
अभिहित अधिकारी के आदेश अभी तक नहीं हुए है। जिसके कारण कार्रवाई रुकी हुई है। प्रयोगशाला में सेंपल अधिक होने के कारण समय पर सेंपल नहीं आ रहे है।
कमलेश जमरे, खाद्य निरीक्षक।