पॉर्लर, फोटोग्राफी व मेहंदी में लाखों का हो रहा कारोबार
शादियों के इस सीजन में पॉर्लर से लेकर सेलून और मेहंदी में हाथ बनाने से लेकर फोटोग्राफी इसमें प्री-वेडिंग से लेकर ड्रोन शूट में भी लाखों का कारोबार हो रहा है। सीजन के इस दौर में ५० लाख से लेकर १ करोड़ तक का कारोबार इसमें हो जाएगा। इनमें से भी फोटो पर ही सबसे अधिक का व्यापार हो रहा है। मेहंदी में आकर्षक डिजाईन और वेडिंग स्पेशल का ट्रैंड चल रहा है तो पॉर्लर की अपना चलन है। सबसे अधिक हाईटेक होती फोटोग्राफी का चलन और इसी में धुम मची हुई है। प्री-वेडिंग इसमें सबसे अधिक चल रहा है और नवयुगल इसी पर सबसे अधिक रुचि भी दिखा रहे है।
५० प्रतिशत प्री-वेडिंग तो ड्रोन की मांग अधिक
फोटो स्टूडियो संचालक विक्रम ब्रिजवानी ने बताया कि शादियों के इस सीजन में बेहतर माहौल है। ड्रोन की सबसे अधिक मांग है। हर शादी में ड्रोन की मांग आ रही है तो प्री-वेडिंग में ५० प्रतिशत चलन है। ड्रोन शुट और प्री-वेटिंग शुट के चलते फोटोग्रॉफी में रौनक ला रखी है।
कोविड के बाद तेजी से बढ़ी अर्वेनेस
कोविड के दौर में पॉर्लर व्यवसाय ठप सा पड़ा था लेकिन कोविड के बाद अर्वेनेस और अधिक बढ़ी है। वहीं शादियों के इस सीजन में पॉर्लर पर भीड़ सी है। सीजन के इस दौर में पॉर्लर का काम भी अच्छा चल रहा है। दुल्हन को तैयार करने से लेकर शादियों के लिए महिलाओं व युवतियों में पॉर्लर पर तैयार होने का चलन तेजी से बढ़ रहा है।
शहनाई, मोर व झुमर का क्रेज अधिक
मेहंदी का काम करने वाली शहर की प्रीति राठौर ने बताया कि शादियों के इस दौर में डिजाइन मांग के अनुसार की जाती है और इस पर काम किया जाता है। इसमें मोर, शहनाई से लेकर झूमर का क्रेज सबसे अधिक है। इसके अलावा मांग के अनुसार डिजाईन से मेहंदी बनाई जाती है। शादियों के इस दौर में मेहंदी की मांग भी तेजी से बढ़ी है।