पॉवर हाऊस में घुसा पानी, विद्युत उत्पादन हुआ ठप
बांध के सभी केचमेंट एरिया में लगातार आवक अधिक होने के कारण जल संसाधन विभाग गांधीसागर बैराज में लेवल मेंटन नहीं कर पा रहा है। दो दिनों से सभी १९ गेट खुले है। यहां से निकला पानी गेट से निकलकर गिरने के बाद ८०० से १ हजार मीटर तक जा रहा है। २० दिनों से लगाकर तेज वर्षा और लगातार 19 गेट खुले रहने के बावजूद भी लेवल मेंटन नहीं हो पा रहा है। डेम के गेट के ऊपर बनी पेनस्टॉक गैलरी के ऊपर से पानी बह रहा है। गांधी सागर बांध खतरे के निशान से ऊपर तक बह रहा है। ऐसे में इससे जुड़े ५० गांवों में पानी घुस गया है और लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है। कई गांव खाली भी कराए गए है। कराएंगे। गांधीसागर पावर हाउस के अंदर पानी घुस गया। इससे पांचों मशीन डूब गई और कर्मचारियों को यहां से बाहर निकाला गया और विद्युत उत्पादन का काम भी बंद किया गया। सुरक्षा की दृष्टि को देखते हुए प्रशासन ने गांधी सागर नंबर 3 से सभी वाहनों को बांध एरिया में जाने प्रतिबंध लगा दिया। जानकारी के अनुसार मुख्य पुलिया के पिलर डैमेज होने की संभावनाओं को देखते हुए प्रशासन ने पूरी तरह प्रतिबंध लगाया। यहां रैलिंग डेमेज हुई है। वहीं बिजली और मोबाईल नेटवर्क भी यहां पूरी तरह ठप पड़े है। जानकारी के अनुसार सभी गेट सोमवार तक खुले रहेंगे।
डेम के टूटने की उड़ी अफवाह, अफसर बोले ऐसा नहीं
आवक बढऩे और लगातार पानी छोड़े जाने से झालावाड़ होते कोटा क्षेत्र में भी अधिक पानी पहुंच रहा है। इसके चलते दोपहर में कोटा क्षेत्र में गांधीसागर डेम टूटने और क्षतिग्रस्त होने की अफवाह फैल गई। हालांकि अधिकारियों ने कहा कि यहां ऐसी कोई स्थिति नहीं है। जलसंसाधन विभाग के एसडीओ एमएल त्रिवेदी ने बताया कि अधिक पानी छोड़े जाने के कारण यहां आवाजाही बैन की गई है। लेकिन डेम पूरी तरह सुरक्षित है और पुलियाएं भी। आवक अधिक होने के कारण पानी छोड़ा जा रहा है।