अन्नदाताओं की उम्मीदों की फसल पर गिरे आफत के ओले
मंदसौरPublished: Jan 31, 2023 10:42:47 am
अन्नदाताओं की उम्मीदों की फसल पर गिरे आफत के ओले


अन्नदाताओं की उम्मीदों की फसल पर गिरे आफत के ओले
मंदसौर.
शहर सहित जिले में मावठे की बारिश ओर ओलावृष्टि ने खेतों में खड़ी अन्नदाताओं की उम्मीदों की फसल को धो डाला। बारिश से फसलें धराशायी हुई तो किसान की उम्मीदें भी बारिश में धुल गई। ओलावृष्टि के चलते खेतों में बर्फ की चादर जमा हो गई। बीती रात को जिले में जोरदार बारिश हुई। बादलों की गर्जना ओर बिजली के चमकने के साथ हुई बारिश ने ठंड के दिनों में दिन जिले में बारिश जैसा नजारा बन गया। रातभर के बाद सोमवार को सुबह ११ बजे तक रुक-रुककर तेज बारिश का दौर जारी रहा। इधर ओलावृष्टि व बारिश के बाद ठंड भी बढ़ गई और दिनभर आम लोग गर्म कपड़ों में लिपटें हुए नजर आए। आफत के ओलो को देख अब किसान फसल में हुए नुकसान पर मुआवजे की मांग कर रहे है। इधर प्रभारी मंत्री ने आपात बैठक ली इसके बाद राजस्व अमले ने खेतों की ओर रुख किया। हालांकि अभी ओलावृष्टि से जिले में कितना नुकसान हुआ है इसका आंकलन नहीं हो पाया है। लेकिन पश्चिमी विक्षोम के नए सिस्टम के सक्रिय होने के बाद कई दिनों से चली आ रही मावठे की आशंका रात से हुई बारिश के बाद सही हुई। मल्हारगढ़, भानपुरा, गरोठ से लेकर मंदसौर, दलोदा ओर सीतामऊ क्षेत्र में तेज बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई है।
२५ से ३० ग्राम वजन के गिरे ओले ने फसल के साथ तोड़ी किसानों की कमर
शहर सहित ग्रामीण अंचल में बीती रात से ही रुक रुक कर बारिश का दौर जारी है। देर रात बदल और बिजलियों गडग़ड़ाहट से शुरू हुई बारिश साथ में जमकर ओलावृष्टि हुई। किसानों ने बताया कि नींबू के आकार के 25 से 30 ग्राम वजन के ओले गिरे। जिले भर में हुई बारिश और ओलावृष्टि से खेतों में खड़ी फसलों में नुकसान की खबरें मिल रही हैं। सबसे ज्यादा नुकसान जिले में संतरा, अफीम, गेहूं, चना, मैथी, इसबगोल, धनिया, रायडा की फसल में हुआ है। ओलावृष्टि से सडक़ों पर सफेद चादर बिछ गई। खेतों मे खड़ी फसलें जमींदोज हो गई। किसानों के अनुसार फसलें अब पकने को आई थी। लेकिन बारिश और ओलावृष्टि की मार से किसानों के हाथ में आई फसल छीन रही है।
अभी तापमान में बढ़ोतरी, दो दिन में आएगी गिरावट
पिछले दो तीन दिनों से दिन-रात के तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। मौसम विभाग के अनुसारए 30 और 31 जनवरी को तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी। इससे ठंड का असर बढ़ जाएगा। 18 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से सर्द हवाएं भी चल रही है। ऐसे में मावठे की बारिश के बाद आज तापमान में गिरावट की आशंका बताई जा रही है तो वहीं ठंडी हवाओं के चलते का अंदेशा भी बना हुआ है। मौसम के इस बदलते हुए मिजाज के कारण किसानों की आर्थिक रुप से कमर टूट गई। पहले पाले ने नुकसान किया तो अब मावठे की बारिश ने नुकसाान किया। इसके पहले सफेद व काली मस्सी से लेकर रोगों के प्रभाव के कारण भी फसलों में नुकसान हुआ था। जिले में मध्य रात में बड़े पैमानें पर ओलावृष्टि हुई है। खेत की मेढ़ से लेकर पूरे खेत ओर फसले के बीच ओर घर-आंगन से लेकर सडक़ो तक ओले गिर रहे है।
फरवरी से नया सिस्टम
जनवरी माह की शुरुआत के साथ जिले में मौसम बार-बार बदल रहा है। कड़ाके की ठंड के बीच शीतलहर से जिले में पाले का असर हुआ। फिर आसमान पर बादलों ने डेरा डाला ओर अब मावठे की बारिश हुई। अब मौसम विभाग के अनुसार वर्तमान में 2 फरवरी से नया सिस्टम बन रहा है। इससे अगले पश्चिमी विक्षोभ के प्रभावी होने की संभावना बनी हुई है। पश्चिमी विक्षोभ मध्य क्षोभमंडल की पछुवा हवाओं के बीच ट्रफ के रूप में सक्रिय है। ऐसे में फिर मौसम का मिजाज बदलेगा।