उद्यानिकी महाविद्यालय के कुलेंद्रसिंह यादव, रवीनासिंह, ऋषिका राजीव सहित यहां प्रदर्शन कर रहे विद्यार्थियों ने बताया कि देश में शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए शासन की स्वीकृति से खोले जा रहे निजी कृषि उद्यानिकी महाविद्यालय एवं विश्वविद्यालय ने जवाहरलाल नेहरू कृषि विद्यालय और ग्वालियर कृषि विश्वविद्यालय दोनों की समस्या बढ़ा दी है।
दोनों विश्वविद्यालयों का कहना है कि निजी कॉलेज बिना प्री एग्रीकल्चर टेस्ट के विद्यार्थियों को प्रवेश दे रहा है जबकि शिक्षा के स्नातक पाठ्यक्रम में प्रवेश लेने के लिए पीपीटी अनिवार्य है। 2013 में प्रदेश शासन ने कैबिनेट की मीटिंग में प्रस्ताव पारित कर प्रदेश में निजी कृषि कॉलेज खोलने की सहमति दी थी। इसके बाद सागर में विवेकानंद विश्वविद्यालय और सतना में ऋषि कॉलेज खोले गए लेकिन इनके प्रवेश परीक्षा में जेएनकेवीवी और ग्वालियर कृषि विश्वविद्यालय को खासा नाराज कर दिया था जिसके चलते विद्यार्थियों में आक्रोश है। विद्यार्थियों का कहना था कि निजी कृषि महाविद्यालय को तुरंत बंद किया जाए। इसी मांग को लेकर विद्यार्थियों ने शुक्रवार को महाविद्यालय परिसर में लामबंद होकर प्रदर्शन किया।