उद्यानिकी महाविद्यालय में दूसरे दिन भी नहीं खुले दिनभर ताले
मंदसौरPublished: Jun 26, 2019 01:26:25 pm
उद्यानिकी महाविद्यालय में दूसरे दिन भी नहीं खुले दिनभर ताले
उद्यानिकी महाविद्यालय में दूसरे दिन भी नहीं खुले दिनभर ताले
मंदसौर.
करीब १९ दिनों से उद्यानिकी महाविद्यालय के विद्यार्थी अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे है। इसमें मंगलवार को लगातार दूसरे दिन महाविद्यालय के गेट पर तालाबंदी प्रदर्शन का दौर जारी रहा। दो दिन तालाबंदी से महाविद्यालय का कामकाज भी ठप हो गया। लगातार दूसरे दिन महाविद्यालय गेट के ताले नहीं खुले और पूरा स्टॉफ बाहर परिसर में ही बैठा रहा। डीन सहित पूरे स्टॉफ की लाख समझाने के बाद भी छात्र सिर्फ एक ही बात पर अड़े है कि जब तक मांगे पूरी नहीं होगी। वह हरगिज यहां से नहीं हटेंगे। हालांकि आज विद्यार्थियों की हड़ताल का कुछ हल निकलने की उम्मीद है। कृषि मंत्री सचिन यादव निमाड़ क्षेत्र में छात्रों के प्रतिनिधिमंडल से मांगों के संबंध में बात करेंगे तो इधर मंदसौर में सभी विद्यार्थी प्रभारी मंत्री हुकुमसिंह कराड़ा से भी मिलेंगे।
कृषि-उद्यानिकी की डिग्री को मिले समान पात्रता
निजीकरण के विरोध में उतरे उद्यानिकी महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने सोमवार के बाद मंगलवार को भी कॉलेज गेट पर तालाबंदी प्रदर्शन छात्रों का जारी रहा। पुलिस पहुची भी सही लेकिन कुछ समय बाद लौट गई। इधर विद्यार्थियों की अपनी हट के कारण महाविद्यालय प्रशासन ने भी हटने के लिए फोर्स नहीं किया। विद्यार्थियों ने अपनी मांगों को लेकर लिखित में डीन को विश्वविद्यालय के वाइस चांइसलर के नाम पर पत्र लिखा है। इसमें निजीकरण के अलावा अहम मांग कृषि व उद्यानिकी की डिग्री को समान पात्रता दिए जाने की मांग का हवाला दिया है।
यह है प्रमुख मांगे
-कृषि व उद्यानिकी की डिग्री को समान पात्रता दी जाए।
-पिछले ५ साल से बंद वैंकेसी को शुरु कर डिग्रीधारी को रोजगार के अवसर दिए जाए।
-एमएससी और पीएसडी के इंट्रेस एग्जाम में निजी महाविद्यालय के विद्यार्थियों का प्रवेश निषेध किया जाए।
-उद्यानिकी व कृषि शिक्ष में निजीकरण को बंद किया जाए या आईआरसी के नियमों के तहत किया जाए।
-राज्य स्तर पर स्टेट काउंसिल का गठन किया जाए।
विश्वविद्यालय स्तर पर चल रही चर्चा
विद्यार्थियों की जो मांग है उस पर विश्वविद्यालय स्तर पर चर्चाओं का दौर चल रहा है। इससे धरने पर बैठे सभी विद्यार्थियों को पूरी जानकारी से भी अवगत करा दिया गया है। अभी वहां से कोई सूचना नहीं आई है। -डॉ. एसएन मिश्रा, डीन, केएनके, उद्यानिकी महाविद्यालय, मंदसौर
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