एसडीएम और सीएमएचओ के सामने स्वास्थ्यकर्मियों ने लगाए महिला डॉक्टर पर मारपीट और शासकीय कार्य में बाधा उत्पन्न करने का आरोप
मंदसौरPublished: Dec 09, 2019 11:41:46 pm
एसडीएम और सीएमएचओ के सामने स्वास्थ्यकर्मियों ने लगाए महिला डॉक्टर पर मारपीट और शासकीय कार्य में बाधा उत्पन्न करने का आरोप
मंदसौर
भानपुरा बीएमओ और मेडिकल ऑफिसर भानपुरा पर महिला डॉक्टर द्वारा लगाए गए आरोपों के बाद सीएमएचओ डॉ अधीर मिश्रा और एसडीएम केसी ठाकुर विवाद का पटाक्षेप करने के लिए भानपुरा पहुंचे थे। यहां पर पदस्थ एएनएम और अन्य स्वास्थ्यकर्मियों ने महिला डॉक्टर निधि भार्गव के खिलाफ सीएमएचओ और एसडीएम को शिकायत की है। जिसमें डॉ निधी भार्गव पर शासकीय कार्य में बांधा उत्पन्न करने, कर्मचारियों के साथ अभद्रतापूर्वक व्यवहार करने व एक्सरे टेक्निशियन मनोहर बोराना के साथ मारपीट करने का आरोप लगाया। और डॉ भार्गव को तत्काल संधारा ब्लाक से बाहर करने और सख्त कार्रवाई करने की मांग भी की है। शिकायत स्वास्थ्यकर्मियों ने कलेक्टर मनेाज पुष्प के नाम से दी है। यहां सीएमएचओ और एसडीएम ने कहा कि घटना ठीक नहीं है। चिकित्सकों व स्टॉफ का विवाद बहुत ग़लत तरीका है। हम घटना कि जांच करेंगे और कार्रवाई करेंगे। इस दौरान तहसीलदार राकेश यादव, एसआई लाखनसिंह चौहान भी मोजुद थे।
बीएमओ और मेडिकल ऑफिसर ने भी की शिकायत
इधर, ब्लाक मेडीकल ऑफिसर डॉ बीएल सिसोदिया, डॉ वीरेंद्र वर्मा ने भी दोनों अधिकारियों को लिखित में अपनी शिकायत की है। इसमें डॉ निधी भार्गव द्वारा झूठे आरोप लगाने, शासकीय आदेश का पालन न करने, अभद्रता का व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग तो डॉ वीरेंद्र वर्मा ने तो पुलिस को भी सूचना पत्र देते हुए डॉक्टर भार्गव पर कार्रवाई की मांग की है।
निधि भार्गव को हटाने की मांग की
भानपुरा तहसील की एएनएम व अन्य स्टॉफ ने डॉ निधी भार्गव के साथ ही उनके पति प्रमोद विश्वास पर आए दिन अस्पताल में दखलंदाजी करने व शासकीय अस्पताल में आए मरीजों को घर ले जाकर इलाज करने का आरोप लगाया। लिसी लुकोस, कृष्णा नामदेव, शोभा बैरागी, प्रहलाद सोलिया, रेखा कलवाडिया, श्यामा निगम, मधु कलवाडिया, अनसुईया शर्मा, प्रीति चौहान, सुमन चक्रपाणि, मनोहर पवार, सजन निनामा, संतोष जोशी, दुर्गाशंकर, लक्ष्मी नागेश्वर, सुनीता निनामा द्वारा पत्र देते हुए डॉ निधी भार्गव को यहां से हटाने कि मांग करते हुए कहा कि डॉ वीरेंद्र वर्मा के साथ अभद्रता करने व मनोहर बोराना के साथ मारपीट करने पर सख्त कार्रवाई की मांग की। साथ ही यह भी चेतावनी दी कि यदि डॉक्टर भार्गव पर कार्रवाई नहीं की गई तो वह काम नहीं करेंगे। इस दौरान अस्पताल परिसर में भारी भीड़ जमा थी। कुछ महिला मरीजों ने कहा कि डॉ निधी भार्गव अच्छा उपचार करती है डाक्टरों के आपसी विवाद में न हटाया जाए। 7 दिसंबर को डॉ भार्गव ने ब्लाक मेडीकल आफिसर बीएल सिसोदिया व डॉ वीरेंद्र वर्मा पर रिश्वत मांगने व मानसिक रुप से प्रताडि़त करने का आरोप लगाया था। दूसरे दिन रविवार को स्टॉफ व चिकित्सक व मेडिकल ऑफिसर ने डॉ निधी भार्गव पर ही शासकीय आदेश का पालन न करने अभद्रता का व्यवहार करने व कर्मचारी के साथ मारपीट करने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की।
इनका कहना
डॉक्टर निधी भार्गव ने कहा कि मेरे उपर जो भी आरोप लगाए जा रहे सब बेबुनियाद है। मैंने मनोहर बोराना के साथ मारपीट नहीं कि मुझे एससी एसटी एक्ट के तहत फंसाया जा रहा है। मैंने रिश्वत मांगने, मानसिक व फिजीकल रुप से परेशान करने के आरोप सही है। मेरे ऊपर दबाव बनाकर यह आरोप वापस लेने का प्रयास किया जा रहा है। मेरे साथ भानपुरा की जनता है। इसकी जांच की जा सकती है।
जिला चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर अधीर कुमार मिश्रा ने कहा कि प्रकरण कि जांच करने के बाद जो भी दोषी होगा कार्रवाई होगी। विवाद दुखद है। चिकित्सा क्षेत्र में इस तरह के विवाद ठीक नहीं है।
एसडीएम केसी ठाकुर ने कहा कि निष्पक्षता से प्रकरण की जांच की जाएगी।