आम नागरिक छोटे से छोटे कार्यों के लिए भटकने के लिए मजबूर है। इन दिनों नगर की हालत दयनीय व बद से बदतर हो चुकी है कई तरह की समस्याएं विकराल रूप ले चुकी है। इसके बाद भी जवाबदार जनप्रतिनिधि अधिकारी कर्मचारी पूरी तरह से निष्क्रिय होकर आंखें बंद किए हुए हैं।
बीते करीब 4 माह से नगर परिषद प्रभारी एसीएमओ के भरोसे हैं प्रभारी सीएमओ भी कई कई दिनों तक मीटिंगो व ट्रेनिंगो में व्यस्त रहते हैं। कभी.कभार ही नगर परिषद कार्यालय पहुंचते है। व्याप्त विभिन्न समस्याओं को लेकर भानपुरा नगरवासी भी इतने संयमित हो चुके हैं कि बिना किसी शिकन के सब कुछ सह रहे हैं। वर्तमान में इन दिनों त्योहारों का समय चल रहा है लेकिन नगर के विभिन्न वार्डों में विद्युत सामग्री के अच्छे खासे लगातार बिल लगने के बाद भी बड़ी संख्या में स्ट्रीट लाइटें बंद पड़ी हुई है।
नगर व नगर के बहरी रहवासी क्षेत्रो में रात्रि में जहां देखो वहां अंधेरा पसरा हुआ है। सबसे ज्यादा परेशानियां नगर के बाहरी रहवासी क्षेत्रों जहां पर अधिकांश गरीब व मजदूर वर्ग निवासरत है। यहां अंधेरा ही व्याप्त है। स्ट्रीट लाइट बंद रहने एवं अंधेरे के चलते जहरीले जीवों का खतरा भी लगातार बना रहता है। पूर्व में अंधेरे के कारण नगर में जहरीले जीवों के काटने के मामले हो चुके हैं।
वार्ड १ के पार्षद राकेश माली ने बताया कि वार्ड में लंबे समय से बड़ी संख्या में स्ट्रीट लाइट बंद रहने पर प्रभारी मुख्य नगरपालिका अधिकारी को बताए जाने के बाद एवं लगातार जिम्मेदारों को कहे जाने के बाद भी ठीक नहीं किए जाने पर स्वयं ने वार्ड की स्ट्रीट लाइटें ठीक करने का बीड़ा उठाया है इसके चलते स्वयं ने विद्युत पोलों पर लगी बंद स्ट्रीट लाइट ठीक करना शुरू किया है।
प्रभारी मुख्य नगरपालिका अधिकारी मोहम्मद अशफाक में इस संबंध में बताया कि पार्षद द्वारा स्ट्रीट लाइटें ठीक किया जाना गलत है। इस दौरान यदि कोई घटना हो जाती है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा। यह सही है कि काफी समय से पार्षदों की समस्याओं को लेकर शिकायतें प्राप्त हो रही है। वार्डों में स्ट्रीट लाइटे लंबे समय से बंद पड़ी हुई इसको लेकर भी लगातार मैंने जिम्मेदारों को निर्देशित किया था। शीघ्र ही में भानपुरा पहुंचकर स्ट्रीट लाइटों के बारे में संबंधित उसे संपूर्ण जानकारी लेकर शीघ्र ही व्यवस्था को सुधार लिया जाएगा। एवं नगर में जो भी समस्याएं है उन्हें भी शीघ्र हल किया जाएगा।