एचआईवी एड्स एक बीमारी के साथ सामाजिक कलंक-कलेक्टर
एचआईवी एड्स एक बीमारी के साथ सामाजिक कलंक-कलेक्टर

मंदसौर.
एड्स की रोकथाम के लिए '3600 कैम्पेन अपनी एचआईवी स्थिति को जानेÓ का शुभारंभ किया गया। यह अभियान 1 मार्च से 15 मार्च तक चलेगा। इस सघन अभियान का उद्देश्य है कि अधिक से अधिक लोगों को शीघ्र एचआईवी जांच के लिए प्रेरित किया जाए, ताकि उन्हें अपनी एचआईवी स्थिति ज्ञात हो सके एवं जो लोग एचआईवी संक्रमित है। उनको जल्द से एआरटी केन्द्रों में पंजीकृत कर उपचार प्रारंभ किया जा सके।
कार्यक्रम में कलेक्टर मनोज पुष्प ने कहा कि एचआईवी एड्स एक बीमारी तो है ही समाज में इसे सामाजिक कलंक के रूप में भी देखा जाता है। समाज से इस कलंक एवं भेदभाव को दूर करना होगा। प्रचार-प्रसार के साथ ही ऐसी रणनीति बनानी होगी। जिससे अधिक से अधिक लोगों की एचआईवी स्क्रीनिंग हो सके। एचआईवी एड्स को लेकर समाज में स्वस्थ वातावरण होने पर स्वेच्छा से लोग जांच कराने आने लगेंगे, हमें ऐसे वातावरण का निर्माण करना होगा। हाल ही में तय किया गया है कि लक्ष्य दंपत्ति के प्रेगनेंसी टेस्ट के साथ ही हिमोग्लोबिन एवं आवश्यक टेस्ट प्रारंभ में ही कर लेना चाहिए इसके साथ ही एचआईवी परीक्षण के प्रोटोकॉल अनुसार एचआईवी स्क्रीनिंग का प्रस्ताव भी लक्ष्य दंपत्ति के समक्ष रखकर, दंपत्ति के सहमत होने पर इसी दौरान एचआईवी स्क्रीनिंग भी कर लेना चाहिए। सीएमएचओ डॉ एके मिश्रा ने बताया कि इस अभियान के दौरान एफ एम रेडियो एवं स्थानीय टीवी चैनलों के माध्यम से परिचर्चा, समस्त ब्लॉक स्तर पर जागरूकता रैली चयनित क्षेत्रों में माईक के माध्यम से प्रचार प्रसार, फलायर एवं स्टीकर वितरण, निजी संस्थाओं से चर्चा एवं समाजिक संगठनों के साथ स्वेच्छिक रूप से अपनी एचआईवी की स्थिति को जाने विषय में चर्चा इत्यादि विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जाएगी। कार्यक्रम का संचालन श्री राकेश शर्मा जिला कार्यक्रम प्रबंधक द्वारा किया एवं आभार डा कमलेश कुमावत ने माना।
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