साथ ही सांसद ने गृहमंत्री को अवगत कराया की पहली बार गांधीसागर के उपर से पानी बह गया। जब आवक लगातार बड़ रही थी और मौसम विभाग की चेतावनी थी फिर भी गेट नहीं खोले। इसके कारण यह हालात बने। वहीं बाद में अचानक गेट खोले जाने पर कोटा, भिंड, मुरैना व उत्तर प्रदेश का ऐटा सहित कई जिलों के अनेको गांव बाढ़ की चपेट में आ गए। इस संबंध में एनडीआरएफ के डीजी एसएन प्रधान से मिले व संयुक्त सचित एनडीआरएफ संजीव जिंदल और जल शक्ति मंत्रालय सचिच यूपी सिंह से उन्होने विस्तृत चर्चा की।