१ लाख ९० हजार क्विंटल चना सरकारी खरीदी पर किसानों ने बेचा
जिले में समर्थन मूल्य पर शुरु हुई चना मसूर व सरसों की खरीदी में चने की खरीदी ही हो रही है। मसूर व सरसों को उपार्जन केंद्रों पर बेचने में किसानों ने रुचि नहीं दिखाई है। इस कारण जिले के एक भी केंद्र पर जिले का एक भी किसान मसूर व सरसों लेकर नहीं पहुंचा है। पूरी खरीदी खत्म होने को है और अब तक मसूर व सरसों का खाता भी नहीं खुला है। इसके विपरीत चने की समर्थन खरीदी पिछले साल से अधिक हुई है। अब तक १ लाख ९० हजार ९ क्विंटल चना करीब ९९ करोड़ का समर्थन मूल्य पर खरीदा जा चुका है तो ७० करोड़ का भुगतान हुआ है। हालांकि अभी २९ करोड़ का भुगतान होना बाकी है।
अंतिम दिनों में खरीदी के आंकड़े बढऩे की संभावना
चना की खरीदी ७ जून तक होना है। ऐसे में कुछ ही दिन बचे है, लेकिन अंतिम दिनों में वह किसान चना लेकर उपार्जन केंद्रों पर पहुंच रहे है जिन्हें दूसरी बार मैसेज आया था और वह पहले चना लेकर नहीं पहुंच पाए थे। ऐसे किसानों के चने की खरीदी का दौर इन अंतिम दिनों में चल रहा है। किसान अभी खरीफ सीजन की तैयारियों में लगा है। ऐसे में जिनके पास चना है वह उपार्जन केंद्रों पर पहुंच रहे है। इसी के चलते अंतिम दिनों में विभाग को चने की खरीदी के आंकड़े बढऩे का अनुमान है।
फैक्ट फाइल...
चना, मसूर, सरसों की सरकारी खरीदी- ७ जून तक होगी
अब तक हुई खरीदी- १ लाख ९० हजार ९ क्विंटल चना खरीदा गया
मसूर-सरसों - खाता भी नहीं खुला
अब तक हुआ भुगतान- ७० करोड़
अब तक खरीदा गया चना- ९९ करोड़ का
बकाया भुगतान- २९ करोड़
७ जून तक होगी खरीदी
चने की खरीदी का दौर ७ जून तक चलेगा। मसूर व सरसों की खरीदी नहीं हुई है। किसान जिंस लेकर नहीं पहुंचे है। अब तक १ लाख ९० हजार ९ क्विंटल चने का उपार्जन कर चुके है। करीब ९९ करोड़ से अधिक का चना खरीदा जा चुका है। इसमें से अब तक ७० करोड़ रुपए का भुगतान हो चुका है। शेष भुगतान प्रक्रिया में है। ७ हजार ४६० किसानों ने चना समर्थन पर बेचा है। -यशवर्धनसिंह, डीएमओ