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संबल योजना में जिम्मेदारों ने कर दी 46 हजार 66 की ‘डूप्लीकेट इंट्रीÓ

locationमंदसौरPublished: Nov 19, 2019 03:09:46 pm

Submitted by:

Vikas Tiwari

संबल योजना में जिम्मेदारों ने कर दी 46 हजार 66 की ‘डूप्लीकेट इंट्रीÓ

mandsaur news

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मंदसौर.

संबल योजना के अंदर ४६ हजार ६६ की जिम्मेदारों द्वारा डूप्लीकेट इंट्री करने का मामला सामने आया है। ऐसे मेंं श्रम विभाग ने संबंधित जनपद पंचायत और नगर पालिका और परिषद को इसकी जानकारी भेज दी है। लेकिन अधिकारी यह बताने को तैयार नहीं है कि इन ४६ हजार ६६ लोगों की डूप्लीकेट इंट्री कैसे हो गई। और ना ही इसकी जांच के लिए अभी तक कोई निर्देश संबंधित अधिकारियों द्वारा दिए गए है। अधिकारियों से पूछा तो उन्होंने कहा कि यह डूप्लीकेट इंट्री संबल योजना में नाम जोडऩे या तेजी से काम करते समय अन्य लोगों के नाम जुडऩे के कारण हुई है। वहीं दूसरी ओर सत्यापन का कार्य ९४ फीसदी हो गया है। जिसमें करीब १ लाख ८५ हजार अपात्रों को योजना से बाहर कर दिया है।
जोड़ तो दिए लेकिन बाद में चला ना अपात्रों में ना पात्रों में
श्रम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार ४६ हजार ६६ डूप्लीकेट नाम सामने आए है। डूप्लीकेट नाम का मतलब है कि यह योजना में ना तो पात्र है और ना ही अपात्र है। इसकी जानकारी भी भोपाल के अधिकारियों द्वारा जिले के श्रम अधिकारियों को दी गई। उसके बाद श्रम अधिकारियों ने संबंधित अधिकारियों को आंकड़े भेजे। श्रम विभाग के अधिकारी बता रहे है कि पोर्टल से निकली लिस्ट के अनुसार नाम नहीं जोड़े गए। जिसके कारण डूप्लीकेट नामों में ४६ हजार ६६ नाम आए है।
दूसरी ओर एक लाख ८५ हजार अपात्र की अनुशंसा
जिले में संबल योजना शुरु हुई तो ताबड़तोड़ लोगों ने अपने नाम जोडऩा शुरु किया। और जिले में छह लाख ७ हजार ६५ संबल योजना में हितग्राही थे। इनमें एक लाख ८५ हजार ६६३ अपात्रों ने भी अपना नाम लिखवा लिया था। अभी तक सत्यापन का कार्य ९४.५४ फीसदी हो चुका है। यानि कि पांच फीसदी ओर शेष है। अधिकारियों की माने तो १० हजार ओर अपात्र सामने आ सकते है।
कितने अपात्रों ने उठाया लाभ इसकी जानकारी नहीं
जानकारी के अनुसार एक लाख ८५ हजार ६६३ अपात्र संबल योजना में सामने आए है। इन अपात्रों में से कितने अपात्रों ने इस योजना के तहत लाभ उठाया है। उसकी जानकारी जब अधिकारियों से पूछी तो उनके पास कितने अपात्रों द्वारा लाभ उठाया गया। इसकी जानकारी ही नहीं है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि सरकारी योजनाओं कितनी सजगता से काम किया जा रहा है।
इनका कहना…
श्रम विभाग के संबल योजना प्रभारी प्रकाश डोडवे ने बताया कि ४६ हजार ६६ लोगों के डूप्लीकेट नाम सामने आए है। इनके नाम या तो संबल योजना में जोडऩे के कारण चढ़ाए गए है या फिर जल्दी-जल्दी में काम करते समय नाम लिख दिए गए है। पेार्टल की लिस्ट से नाम जोड़े जाते है तो इनके नाम पोर्टल पर नहीं चढ़ते है। ऐसे यह नाम डूप्लीकेट नाम होने के कारण पात्र और अपात्र की श्रेणी में नहीं है। इनको फालतू इंट्री भी कह सकते है। इसके अलावा १ लाख ८५ हजार अपात्रों की अनुशंसा योजना से बाहर करने के लिए की गई है।

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