इस तरह पुलिस जोड़ती गई विहिप नेता की हत्या की कडिय़ां
मंदसौरPublished: Oct 13, 2019 12:11:27 pm
इस तरह पुलिस जोड़ती गई विहिप नेता की हत्या की कडिय़ां
मंदसौर जानकारी के अनुसार हत्या करने के बाद पुलिस ने तेजी से जांच शुरु की। प्रकरण में नामजद रिपोर्ट हुई थी। तो पुलिस के लिए कुछ काम आसान हो गया। पुलिस ने तेजी से आरोपियों से जुड़े हुए लोगों से पूछताछ की। करीब ३५ से अधिक लेागों से पुलिस ने पूछताछ की। इसके बाद आरोपियों के मोबाइल नंबरों की लेाकेशन भी निकाली। तो पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए करीब १५ टीम गठित की। और फुटेज भी निकाले। पुलिस ने तीन शूटरों को दलौदा रोड से गिरफ्तार किया। उसके बाद नईआबादी थाने पर इनसे पूछताछ हुई। जिसमें रैकी में कौन-कौन शामिल है। किसने अपराध किया। उसको लेकर पूछताछ हुई। पुलिस ने आरोपियों से तीन हत्या में प्रयुक्त हथियार और पांच जिंदा राउंड सहित दो खोके बरामद किए। और रैकी में शामिल अनिल दंडिग को भी गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने रैकी में प्रयुक्त बाइक और वारदात में जो बाइक शूटरों ने उपयोग की थी। उसको भी बरामद कर लिया है। इस मामले में फरार दीपक, विक्की, सुनिल और अनीश की पुलिस तलाश कर रही है। पुलिस अधीक्षक हितेश चौधरी ने बताया कि आरोपियों से प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया कि दीपक तंवार और युवराज ङ्क्षसह चौहान के बीच केबल एवं अन्य व्यवसायिक प्रतिद्धंद्विता के चलते पूर्व में विवाद हो चुके है। दीपक को यह एहसास हो गया था कि युवराज ङ्क्षसह चौहान कुछ दिनों में त्यौहार के दौरान उसे मारना चाह रहा है। २०१७ में सोनू गोस्वामी की हत्या कारित करने वाले आरोपी लल्लू उर्फ ललित की प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से युवराज मदद करता था। सोनू गोस्वामी की हत्या की रिपोर्ट दर्ज करने में फरियादी विक्की गोसर ही था। विक्की गौसर सोनू गोस्वामी का करीबी था। सोनू गोस्वामी के रिश्तेदार एवं सहकारोबारी होने के चलते भी युवराज को मारने के लिए उत्तेजित थे।