डेंगू और मलेरिया की जिले में आमद
मंदसौरPublished: Aug 20, 2019 09:34:41 pm
डेंगू और मलेरिया की जिले में आमद
मंदसौर.
जिले में डेंगू और मलेरिया दोनों गंभीर बिमारियों ने जिले में दस्तक दे दी है। डेंगू का एक तो मलेरिया के दो मरीज पॉजिटिव सामने आए है। डॉक्टरों की माने तो इन गंभीर बीमारियों के मरीजों की संख्या बढऩे की प्रबल संभावना है। सबसे आश्चर्य की बात तो यह है कि जिले में केवल जिला अस्पताल में ही इसकी जांच होती है। और केवल यहां पर जांच तक उपचार सीमित हो जाता है। बल्कि लाखों रूपए की मशीनें तीन साल से बंद पड़ी हुई है। ऐसे में डॉक्टर बड़े सेंटरों पर जाने की सलाह देने के अलावा कुछ नहीं कर सकते है।
२६ वर्षीय युवक पॉजिटिव तो रतलाम के व्यक्ति को निकला मलेरिया
जिला अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार शहर के बुराहानी कॉलोनी निवासी २६ वर्षीय युवक को डेंगू पॉजिटिव आया है। वहीं दो मलेरिया पॉजिटिव आए है। जिसमें एक मंदसौर तो दूसरा रतलाम निवासी है। सोमवार को करीब ४० स्लाइड बनाई गई है। जिनकी जांच रिपोर्ट मंगलवार को आएगी। वहीं चार संदिग्ध डेंगू मरीजों की जांच रिपोर्ट सोमवार शाम को आई। जिसमेंं नेगेटिव रिपोर्ट आई है।
१५ अगस्त से पहले आना था टीम, अभी तक नहीं आई
जिला अस्पताल में करीब आठ लाख रूपए लागत की ब्लड सेपरेटर यूनिट बनाई। और उसमें लाखों रूपए की मशीनें भी लगाई गई है लेकिन वह तीन साल से बंद पड़ी हुई है। इसका मुख्य कारण है कि ड्रग कंट्रोलर मुंबई द्वारा अभी तक लाइसेंस नहीं दिया गया। अधिकारियों को संबंधित अधिकारियों ने १५ अगस्त से पहले निरीक्षण लाइसेंस देने की बात कही थी। लेकिन अभी तक निरीक्षण नहीं किया गया। जिसके चलते यूनिट बंद पड़ी हुई है। और मरीजों को यहां से रैफर करना पड़ रहा है।
चार माह में अधिक आते मरीज
जानकारी के अनुसार जुलाई से लेकर नवबंर तक डेंगू, मलेरिया के मरीज अधिक सामने आते है। जानकारों की माने तो इस वर्ष बाढ़ के कारण मच्छरों की पैदावार अधिक हो सकती है। जिसके कारण डेंगू के मरीज अधिक सामने आ सकते है। ऐसे में ब्लड सेपरेटर यूनिट का चालू होना बहुत अनिवार्य है। लेकिन अधिकारियों की कमजोर इच्छाशक्ति के कारण यूनिट चालू नहीं हो पा रही है।
इनका कहना…
एक डेंगू पॉजिटिव मरीज सामने आया है। और एक मलेरिया का मरीज सामने आया है। दोनों जगह सर्वे करवा लिया गया है।
डॉ एके मिश्रा, सीएमएचओ।