जेल में रूपयों की मांग को लेकर जेलर ने की बंदी की पिटाई
मंदसौरPublished: Jul 30, 2019 03:57:56 pm
जेल में रूपयों की मांग को लेकर जेलर ने की बंदी की पिटाई
मंदसौर.
नीमच जिला जेल में भ्रष्टाचार के चलते चार कैदी फरार हो गए थे। उस मामले में अभी जांच ही चल रही है कि मंदसौर जिला जेल के जेलर पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे है। इसको लेकर बकायदा कलेक्टर मनोज पुष्प को बंदी की पत्नी ने शिकायत भी की है। वहीं एक सजा काट कर बाहर आए व्यक्ति ने भी चौंकाने वाला खुलासा किया है। शिकायत के बाद अब सर्किल जेल अधीक्षक द्वारा जांच के आदेश दिए गए है।
पति ने कहा मेरे साथ जेलर ने की मारपीट
मायाबाई ने कलेक्टर पुष्प को की शिकायत में बताया कि २७ जुलाई को जब मेरे पति से जेल के फोन से बात हुई तो उन्होंने बताया कि मेरे साथ जेलर ने बहुत मारपीट की है। तथा बार-बार पैसों की मांग की जाती है। मैं अंदर हूं पैसे कहा से लांऊ। पैसे नहीं देने की दशा में मेरे पति को बिना किसी कारण पिटाई की है। जिस कारण मैं बहुत परेशान हूं। आखिरी बार मेरी बातचीत शनिवार को हुई थी। जिसके बाद मेरे पति से आज दिनांक को मुलाकात के लिए गई तब वहां पर पदस्थ कर्मियों ने बताया कि उनको यहां से शहडोल जेल भेज दिया गया है। जिला जेल मेंं काफी रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार चल रहा है। जिसकी जांच की जाए। मेरे पति के साथ जेलर ने गंभीर मारपीट की। उनको फिर से जिला जेल मंदसौर में वापस रखा जाए। और जेलर के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए।
१०० रूपए में तीन बीड़ी बिकती जेल के अंदर
जेल में होती मारपीट, १०० रूपए में मिलती तीन बीड़ी
हरीपुरा निवासी मदनसिंह ने बताया कि उसे १० साल की एनडीपीएस एक्ट के मामले में सजा हुई थी। सजा पूरी कर २७ जुलाई को जेल से छूटा। मदनसिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि बंदियों से अंदर मारपीट होती है। और उनसे रूपए लिए जाते है। दायमा के साथ भी दो से तीन बार मारपीट की गई। और उसकी जेल ट्रांसफर भी कर दी गई। मनोज इंद्रपाल नए बंदियों से जेलर के लिए वसूली करता है। जेलर नारायण ङ्क्षसह राणा के कारण सभी बंदी परेशान है। यहां तक की स्टाफ भी परेशान है। मुझसे भी पंाच हजार रूपए लिए गए थे। जेल में १०० रूपए में तीन बीड़ी दी जाती है। यह सब जेलर के आदमी करते है। जो बंदी बात नहीं मानता उसका अनुशासन भंग, शासकीय कार्य में बाधा सहित अन्य आरोप लगाकर जेल ट्रांसफर करवा दिया जाता है। नए-नए बंदियों से रूपए वसूल किए जाते है। हाथ पैर बांध कर मारपीट की जाती है। शिकायत और लगे आरोप को लेकर जेल अधीक्षक नारायण ङ्क्षसह राणा से मोबाइल पर बात करना चाही लेकिन उन्होंने कॉल अटेंड नहीं किया।
इनका कहना…
शिकायत मेरे संज्ञान में आई है। इसके जांच कर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
आरआर दांगी, सर्किल जेल अधीक्षक रतलाम।