न अग्निशमन न ही फस्र्ट-एड-बॉक्स : जिले में करीब २०० से अधिक यात्री बसें व स्कूल बसें संचालित हो रही है। कुछेक बसो को छोड़ दे तो अधिकांश बसों में सुरक्षा के लिए न तो अग्निशमन यंत्र लगे हुए हैऔर नहीं फस्र्ट-एड-बॉक्स की व्यवस्था है। स्पीड गर्वनर भी अधिकांश बसों में नहीं है। यात्री बसों का टाइमिंग भी सही नहीं है। अधिकांश यात्री बसे सवारी लेने के चक्कर में रेस लगाती है, इससे दुर्घटना होने की संभावना निर्मित होती है। अधिकांश यात्री बसों में अभी भी इमरजेंसी फाटक नहीं लग पाया है।
सख्ती से कार्रवाई होगी : बस संचालकों पर सख्ती करने को लेकर भोपाल में आयोजित बैठक में परिवहन मंत्री व परिवहन प्रमुख सचिव द्वारा निर्देश दिए गए है। नियम तोडऩे वालो पर अब सख्ती से कार्रवाई होगी। बसों की आकस्मिक चैकिंग की जाएगी। भोपाल से मिले निर्देश के अनुसार सप्ताह में चार दिन फील्ड में विजिट कर वाहनों की चैंकिंग होगी। इसके लिए विशेष चेकिंग अभियान चलाया जाएगा। – रंजना कुशवाह, जिला परिवहन अधिकारी, मंदसौर