भाजपा ने जीत के बाद निकाला जुलूस, मनाई होली-दीवाली
गणना के साथ रुझान आने के साथ ही भाजपा में जश्न का दौर शुरु हो गया था। दोपहर में १२ बजे गणना पूरी होने और प्रमाण पत्र मिलने के बाद शहर में जुलूस निकलने का दौर शुरु हुआ। शहर के श्रीकोल्ड चौराहा पर सभी वार्डो के कार्यकर्ताओं से लेकर समर्थको की भीड़ जमा हो गई। भाजपा ने आतिशबाजी करने के साथ रंग-गुलाल भी जमकर उड़ाया। परिणाम के बाद भाजपा ने होली-दीवाली एक साथ मनाई। और पूरे शहर में सभी जीते हुए प्रत्याशियों का जुलूस निकाला गया। वहीं कांग्रेस खेमा निराशा नजर आया। हालांकि भाजपा की जीत और जुलूस में सांसद-विधायक शहर में मौजूद नहीं रहेें। राष्ट्रपति चुनाव के चलते सांसद दिल्ली तो विधायक भोपाल में होने के कारण वह शहर में मौजूद नहीं रहे।
सांसद के वार्ड में मिली हार तो विधायक के वार्ड में मिली जीत
शहर के ४० वार्ड में चुनाव के दौरान सबसे अधिक फोकस वार्ड ७ और वार्ड ३९ पर था। वार्ड ७ सांसद का गृहवार्ड है तो वार्ड ३९ विधायक का। गणना के बाद आए परिणाम में सांसद सुधीर गुप्ता के वार्ड ७ में भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष संजय मुरडिय़ा हार गए और यहां कांग्रेस के तरुण शर्मा को जीत मिली, जबकि विधायक के वार्ड ३९ में भाजपा की भारती पाटीदार जीत गई।
६ वार्ड में कांग्रेस तीसरे नंबर पर तो १७ वार्डो में ५०० से अधिक वोटो से हारी
४० वार्डाे में अधिकांश में कांग्रेस नंबर दो पर रही लेकिन ६ वार्ड ऐसे है जहां पर कांग्रेस ३ नंबर पर रही। यहां विजेता प्रत्याशियों को निर्दलीय ने टक्कर दी तो कुछ जगह पर कांग्रेस जमानत भी नहीं बचा पाई। वार्ड ६, वार्उ ११, वार्ड १२, वार्ड १९ व वार्ड २०, वार्ड २१ में कांग्रेस तीसरे नंबर पर रही है। वहीं वार्ड ३४ में कांग्रेस दूसरे व भाजपा तीसरे नंबर पर रही है। वहीं करीब १७ वार्ड ऐसे है जहां कांग्रेस को ५०० या इससे अधिक मतों के अंतर से हार मिली है। इनमें वार्ड ३, ४, ५, ६, १०, ११, १३, १६, १८, १९, २२, ३०, ३२, ३३, ३५, ३७, ३९ में ५०० या इससे अधिक मतों से पीछे रही है।
पूर्व नपाध्यक्ष व उपाध्यक्ष हारे चुनाव
इधर पूर्व नपाध्यक्ष व कांग्रेस के सालों से ब्लॉक अध्यक्ष हनीफ शेख को वार्ड 34 में इस बार करारी हार का सामना करना पड़ा। और उनके वार्ड में निर्दलीय शराफत शेख ने जीत हासिल की। वहीं पूर्व नपाध्यक्ष उपाध्यक्ष सुनील महाबली बागी होकर वार्ड 11 से पूर्व नपाध्यक्ष रामकोटवानी के खिलाफ चुनाव लड़े थे वह चुनाव हार गए। तो एनएसयूआई जिलाध्यक्ष सुनील बसेर की पत्नी प्रियंका बसेर वार्ड 39 से बड़े अंतर से चुनाव हार गई। वहीं कई अल्पसंख्यक वार्ड में भी भाजपा ने सालों बाद जीत हासिल की है। वहीं कांग्रेस जिलाध्यक्ष नवकृष्ण पाटिल के वार्ड में कांग्रेस प्रत्याशी कुसुम विश्वकर्मा तीसरे नंबर पर रही।
दिग्गजों ने हासिल की जीत
नपा के चुनाव में पूर्व गृहमंत्री कैलाश चावला की पुत्रवधु नम्रता चावला ने वार्ड 1 से तो भाजपा किसान मोर्चा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बंशीलाल गुर्जर की पत्नी रमादेवी गुर्जर ने वार्ड 3 से तो वार्ड 39 से पिछड़ा मोर्चा प्रदेश मंत्री धीरज पाटीदार की पत्नी भारती पाटीदार व वार्ड 6 से पूर्व मंडल अध्यक्ष नरेश चंदवानी की पत्नी निर्मला चंदवानी ने जीत हासिल की। तो वार्ड ११ में पूर्व नपााध्यक्ष राम कोटवानी जीत गए है। वार्ड १ में २२ सालों बाद भाजपा को जीत मिली है। तो वहीं कई अल्पसंख्यक क्षेत्र के कई वार्डो में बीजेपी पहली बार जीतकर आई है।
29 पर भाजपाए 8 पर कांग्रेस और 3 निर्दलीय जीतें
40 वार्डो वाली मंदसौर नगर पालिका में भाजपा ने एकतरफा अंदाज में बहुमत हासिल किया। भाजपा को 29 वार्डो में जीत मिली। तो वहीं कांग्रेस सिर्फ 8 सीट पर सीमट गई। पिछले चुनाव में कांग्रेस के 17 पार्षद थे लेकिन इस बार 8 तक ही रह गए। वहीं तीन सीटें निर्दलीय ने एकतरफा अंदाज में जीती है। जो तीन निर्दलीय जीते है उनमें से भी दो भाजपा व एक कांग्रेस के बागी है।
सहानुभूति की लहर में निर्दलीय के आगे धराशायी हो गए दल
शहर के तीन वार्डो में निर्दलीय जीतकर आए है। इसमें दो भाजपा समर्थित है। दोनों ही वार्ड में सहानुभूति की लहर में जीतकर आए है। सहानुभूति की इस लहर में दोनों प्रमुख दलों की रणनीति काम नहीं आई और उन्हें हार का सामना करना पड़ा। वार्ड १९ में सुनील बंसल निर्दलीय जीते है। कोविड के समय मुक्तिधाम से लेकर राशन, भोजन पहुंचाने के अलावा किए कामों से सहानुभूमि की लहर थी तो वहीं वार्ड २० में दिव्या अनूप माहेश्वरी ने निर्दलीय होकर जीत हासिल की। माहेश्वर को भाजपा ने टिकिट दिया था लेकिन अंतिम समय में प्रदेश संगठन के हस्तक्षेप के बाद टिकिट काटा था और वह निर्दलीय लड़े। टिकिट कटने के कारण सहानुभूति मिली। वहीं वार्ड ३४ में कांग्रेस के सालों से ब्लॉक अध्यक्ष व पूर्व नपा अध्यक्ष हनीफ शेख को निर्दलीय शराफत शेख ने पटखनी दी।
चावला, गुर्जर, पाटीदार में से एक बनेगी अध्यक्ष
मंदसौर नगर पालिका की सीट ओबीसी महिला के लिए आरक्षित है। भाजपा ने ४० वार्डो में करीब १३ ओबीसी की महिलाओं को टिकिट दिया था और इसमें से कई ने जीत हासिल की है। ऐसे में भाजपा की कई ओबीसी की महिलाएं जीती है। तो भाजपा में अध्यक्ष के दावेदार कई है, लेकिन अध्यक्ष के लिए सीधे तौर पर भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बंशीलाल गुर्जर की पत्नी रमादेवी गुर्जर, पूर्व मंत्री कैलाश चावला की पुत्रवधु नम्रमा और पिछड़ा मोर्चा के प्रदेश मंत्री भारती पाटीदार में होड़ है। परिणाम के साथ ही अध्यक्ष के लिए समीकरण बनने का दौर भी शुरु हो गया है।