ैमां शिवना के लिए मातृशक्ति रविवार को बड़ी तादाद में श्रमदान करने के लिए पहुंची। शिवना शुद्धिकरण के अपने संकल्प को पूरा करते हुए लगातार ११ वे दिन श्रमदान किया। प्रशासन एवं सामाजिक संगठनों की मांग पर शिवना शुद्धिकरण गहरीकरण के इस महाअभियान में बढ़-चढ़कर मंदसौर हिस्सा ले रहा है।
इसी का परिणाम भी अब यहां नजर आने लगा है। पहले भगवान पशुपतिनाथ मंदिर क्षेत्र की छोटी पुलिया के समीप जिस क्षेत्र में प्रदूषण, गंदगी और सुखा नजर आता था। वहां अब साफ व स्वच्छता दिख रही है यही नहीं अब यहां पानी भी स्वच्छ दिखाई दे रहा है। नदी में पानी होने से पशुपतिनाथ मंदिर आने वाले भक्तों का भी यहां का माहौल मनभावन ही दिख रहा है।
नगर की मातृशक्ति ने सैकड़ों की तादाद में पहुंचकर मां शिवना के प्रति प्रत्येक तगारी उठाकर शुद्ध करने के संकल्प पूरा करने के उद्देश्य से जयघोष के नारे लगाते हुए शिवना की कलकल बहने का सपना मन में नहीं है विश्वास के साथ कार्य किया। आज के इस महा श्रमदान में नीमा समाज, जिला सहकारी केंद्रीय बैंक, भावसार समाज ,पद्मिनी रॉयल राजपूत ग्रुप, भावसार समाज, अखिल विश्व गायत्री परिवार, दशपुर जागृति संगठन, अपना घर के बच्चों द्वारा इस महाअभियान में भागीदारी की गई। इस शिवना शुद्धिकरण गहरीकरण के अभियान के कई दिन बीत चुके है लेकिन जैसे-जैसे समय आगे बढ़ रहा है वैसे ही शहरवासियों का उत्साह भी बढ़ रहा है। सभी ने अपने परिवारजनों को भेजने का संकल्प भी लिया। शिवना शुद्धिकरण अभियान ने जब तलक शिवना शुद्ध नहीं हो जाती अपने संकल्प को प्रतिवर्ष निभाते रहेंगे। भगवान पशुपतिनाथ की भोलेनाथ की विवाह सवारी में हर व्यक्ति को बुलाया गया था इसी प्रकार मां शिवना के लिए हर वर्ग से आदमी निकल कर आ रहा है और शिवना शुद्धिकरण में अपना श्रम और समय लगा रहा है।
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श्रमदान में दिखी शिवना के प्रति आस्था व प्रेम है
नगरपालिका के आरसी तोमर ने कहा मेरे पास नोकरी में एक वर्ष का समय है लेकिन मेरी इच्छा की इस एक साल में शिवना फिर प्रवाहमान हो। अपने कार्यकाल में शिवना के लिए अपनी सेवाएं दे सकूं यह मेरा परम सौभाग्य होगा। मंदसौर की जनता ने श्रमदान में शिवना के प्रति जो प्रेम व आस्था दिखाई है। उससे ऐसा लगता है कि भगवान पशुपतिनाथ और सहस्त्र शिवलिंग के साथ शिवना भी मंदसौर की पहचान देशभर में होगी। श्रमदान में हर कोई निष्ठा और लगन के साथ काम कर रहा है। और श्रमदान में अपनी भूमिका निभाते रहेंगे।
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हाथ में छड़ी लेकर पहुंच रहे श्रमदान करने
जिला सहकारी बैंक के कर्मचारी एवं भावसार समाज के सदस्य हाथ में छड़ी लेकर पांव में तकलीफ होने के बावजूद भी मां शिवना के लिए अपनी श्रद्धा को कम नहीं होने दिया और श्रमदान करने के लिए पहुंच रहे है और शहरवासियों को भी शिवना के लिए काम करने का संदेश दे रहे हैकि पहले स्वयं को श्रमदान के लिए उपस्थित होना होगा तब जाकर शिवना मां आपको विचार प्रदान करेगी बिना श्रमदान किसी प्रकार की राय देना उचित नहीं इसलिए जब पुकार आ जाए जल स्त्रोतों को सुरक्षा के लिए तत्काल खड़े हो जाएं यही समय की मांग है।
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शिवना में गंदगी मिलते देख होती है पीड़ा
अभिभाषक महेश मोदी ने कहा कि मां शिवना के लिए सबसे पहली प्राथमिकता गंदे नालों को इसमें मिलने से रोकने की होना चाहिए। नालों का पानी नदी को प्रदूषित कर रहा है यह देखते हुए पीड़ा होती है। शासन प्रशासन के आंखों के सामने शिवना में खेती की जा रही है वह गंदे पानी की खेती समाज में बीमारी पैदा करेगी। इसलिए प्रशासन को इस कार्य को रोका जाना चाहिए।
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पूर्ण विश्वास शिवना साफ होकर जरुर होगी प्रवाहमान
नीमा समाज के अध्यक्ष आशीष नीमा ने कहा हमारी संस्कृति सेवा करना है और यही संस्कृति संपूर्ण विश्व में पहचानी जाती है। समाज ने इस महाअभियान में मातृशक्ति के साथ उत्साह के साथ शिवना की गंदगी को निकालते हुए अपना फर्ज निभाया है। पूर्ण विश्वास है कि आज नहीं तो कल शिवना साफ होकर प्रवाहमान होगी।
नगर की मातृशक्ति ने सैकड़ों की तादाद में पहुंचकर मां शिवना के प्रति प्रत्येक तगारी उठाकर शुद्ध करने के संकल्प पूरा करने के उद्देश्य से जयघोष के नारे लगाते हुए शिवना की कलकल बहने का सपना मन में नहीं है विश्वास के साथ कार्य किया। आज के इस महा श्रमदान में नीमा समाज, जिला सहकारी केंद्रीय बैंक, भावसार समाज ,पद्मिनी रॉयल राजपूत ग्रुप, भावसार समाज, अखिल विश्व गायत्री परिवार, दशपुर जागृति संगठन, अपना घर के बच्चों द्वारा इस महाअभियान में भागीदारी की गई। इस शिवना शुद्धिकरण गहरीकरण के अभियान के कई दिन बीत चुके है लेकिन जैसे-जैसे समय आगे बढ़ रहा है वैसे ही शहरवासियों का उत्साह भी बढ़ रहा है। सभी ने अपने परिवारजनों को भेजने का संकल्प भी लिया। शिवना शुद्धिकरण अभियान ने जब तलक शिवना शुद्ध नहीं हो जाती अपने संकल्प को प्रतिवर्ष निभाते रहेंगे। भगवान पशुपतिनाथ की भोलेनाथ की विवाह सवारी में हर व्यक्ति को बुलाया गया था इसी प्रकार मां शिवना के लिए हर वर्ग से आदमी निकल कर आ रहा है और शिवना शुद्धिकरण में अपना श्रम और समय लगा रहा है।
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श्रमदान में दिखी शिवना के प्रति आस्था व प्रेम है
नगरपालिका के आरसी तोमर ने कहा मेरे पास नोकरी में एक वर्ष का समय है लेकिन मेरी इच्छा की इस एक साल में शिवना फिर प्रवाहमान हो। अपने कार्यकाल में शिवना के लिए अपनी सेवाएं दे सकूं यह मेरा परम सौभाग्य होगा। मंदसौर की जनता ने श्रमदान में शिवना के प्रति जो प्रेम व आस्था दिखाई है। उससे ऐसा लगता है कि भगवान पशुपतिनाथ और सहस्त्र शिवलिंग के साथ शिवना भी मंदसौर की पहचान देशभर में होगी। श्रमदान में हर कोई निष्ठा और लगन के साथ काम कर रहा है। और श्रमदान में अपनी भूमिका निभाते रहेंगे।
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हाथ में छड़ी लेकर पहुंच रहे श्रमदान करने
जिला सहकारी बैंक के कर्मचारी एवं भावसार समाज के सदस्य हाथ में छड़ी लेकर पांव में तकलीफ होने के बावजूद भी मां शिवना के लिए अपनी श्रद्धा को कम नहीं होने दिया और श्रमदान करने के लिए पहुंच रहे है और शहरवासियों को भी शिवना के लिए काम करने का संदेश दे रहे हैकि पहले स्वयं को श्रमदान के लिए उपस्थित होना होगा तब जाकर शिवना मां आपको विचार प्रदान करेगी बिना श्रमदान किसी प्रकार की राय देना उचित नहीं इसलिए जब पुकार आ जाए जल स्त्रोतों को सुरक्षा के लिए तत्काल खड़े हो जाएं यही समय की मांग है।
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शिवना में गंदगी मिलते देख होती है पीड़ा
अभिभाषक महेश मोदी ने कहा कि मां शिवना के लिए सबसे पहली प्राथमिकता गंदे नालों को इसमें मिलने से रोकने की होना चाहिए। नालों का पानी नदी को प्रदूषित कर रहा है यह देखते हुए पीड़ा होती है। शासन प्रशासन के आंखों के सामने शिवना में खेती की जा रही है वह गंदे पानी की खेती समाज में बीमारी पैदा करेगी। इसलिए प्रशासन को इस कार्य को रोका जाना चाहिए।
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पूर्ण विश्वास शिवना साफ होकर जरुर होगी प्रवाहमान
नीमा समाज के अध्यक्ष आशीष नीमा ने कहा हमारी संस्कृति सेवा करना है और यही संस्कृति संपूर्ण विश्व में पहचानी जाती है। समाज ने इस महाअभियान में मातृशक्ति के साथ उत्साह के साथ शिवना की गंदगी को निकालते हुए अपना फर्ज निभाया है। पूर्ण विश्वास है कि आज नहीं तो कल शिवना साफ होकर प्रवाहमान होगी।