आवक बढऩे से मंडी प्रशासन ने किया गेट बंद तो किसानों ने किया विरोध
मंदसौरPublished: Nov 20, 2019 10:01:42 pm
आवक बढऩे से मंडी प्रशासन ने किया गेट बंद तो किसानों ने किया विरोध
मंदसौर
पिपलियामंडी कृषि उपज मंडी में बढ़ रही लहसुन की आवक के चलते प्रतिदिन जाम की स्थिति निर्मित हो रही है। मुख्य गेट सुबह गेट बंद करने से मुख्य मनासा मार्ग पर वाहनों की कतार लग रही है और जाम की स्थिति निर्मित हो रही है। मंगलवार को सुबह 8 बजे बाइक पर लहसुन लेकर किसानों की भीड़ से जाम की स्थिति निर्मित हो गई। जाम में चार बसें, 1 स्कूल बस, 1 एबूलेंस सहित कई वाहन फंस गए। हालांकि कृषि उपज मंडी प्रशासन ने बाइक पर लहसुन लेकर किसानों को तीन बजे बाद प्रवेश देने का बैनर गेट पर लगा रखा है। बावजूद किसान सुबह से ही गेट पर पहुंच जाते है और जाम लगा देते है। सुबह जाम की सूचना पर पुलिस थाने से पहुंचे आरक्षक प्रीतम सांखला ने गेटमेन से कहकर मंडी गेट को खुलवाकर बाइक चालकों को मंडी के अंदर प्रवेश कराया। तब जाकर दस मिनिट बाद जाम खुला।
चार पहिया वाहन से लहसुन लेकर आए किसानों ने भी जताया विरोध.
लहसुन लेकर आए दुपहिया वाहन चालकों को मंडी में प्रवेश देने के बाद चार पहिया वाहनों टे्रक्टर, मिनी ट्रक, पिकअप, से लहुसन लेकर आए किसानों ने भी विरोध जताया। बरखेड़ा देव डंूगरी के किसान विष्णु जाट, कनौरा के दौलतराम पाटीदार, देपालपुर के अंतरसिंह आदि ने बताया मंडी प्रशासन की किसानों को प्रवेश देने के लिए सही व्यवस्था नहीं है। हम रविवार को लहसुन लेकर आए थे, लेकिन मंडी प्रशासन ने अभी तक प्रवेश नही दिया है, बाहर सड़क पर वाहन लेकर खड़े हुए है। जबकि दुपहिया वाहन पर लहसुन लेकर आने वालों को तत्काल प्रवेश दे दिया जाता है। दुपहिया वाहन चालकों को प्रवेश देने के विरोध में चारपहिया वाहन पर लहसुन लेकर किसान भी मंडी गेट नम्बर 02 पर खड़े होकर नारेबाजी करने लगे तो गेटमेन ने गेट खोल दिया और चारपहिया वाहन चालकों को भी प्रवेश दे दिया।
कई वर्षों से बनी हुई है समस्या.
वाहनों के मुख्य मार्ग पर खड़ा रहने की समस्या कई वर्षों से बनी हुई है। लेकिन इसे सही करने में मंडी प्रशासन नाकाम साबित ही साबित हुआ है। लहसुन की आवक बढ़ते ही मुख्य मार्ग पर जाम की स्थिति निर्मित हो जाती है। वाहनों को अव्यवस्थित तरीके से खड़ा करने से इस मार्ग पर निकलने वाले अन्य वाहन चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। जाम की स्थिति बनी रहने से कई दुर्घटनाएं हो चुकी है और जानें भी जा चुकी है।