कागजों में उलझा करोड़ों का प्रोजेक्ट
जिला अस्पताल में प्रसूताओं और नवजात शिशुओं को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने वाला यह करोड़ों का प्रोजेक्ट सरकार बदलने के साथ ही विभाग की कागजी प्रक्रियाओं में उलझकर रह गया है। प्रसूति वार्ड के इस प्रोजेक्ट में विभाग स्तर पर अभी प्रक्रियाओं को पूरा होने का इंतजार है। इसके बाद ही इसका निर्माण शुरु हो सकेगा। ऐसे में माना जा रहा है कि मंजूरी भले ही पिछली सरकार में ही इस प्रोजेक्ट को मिली हो, लेकिन अभी इस जमीन पर उतरने में लंबा समय लगेगा।
मॉर्डन मेटनिटी बनना है
अस्पताल में मॉर्डन प्रसूतिगृह बनना है। इसमें आईसीयू से लेकर बच्चों व प्रसूताओं के उपचार की सभी सुविधाएं रहेंगी। सर्वसुविधायुक्त प्रसूतिगृह का काम पीआईयू द्वारा किया जाएगा। अस्पताल की वर्तमान मेटनिटी को उसमें शिफ्ट किया जाएगा। प्रोजेक्ट को लेकर अधिक जानकारी नहीं है।-डॉ. महेश मालवीय, सीएचएमओ
सब स्वीकृत है
अस्पताल परिसर में वर्तमान प्रसूतिगृह के सामने जो भूमि है। वहां पर अत्याधुनिक सुविधाओं वाला प्रसूति वार्ड बनना है। इसके लिए सबकुछ स्वीकृत है और मंजूरी भी हो चुकी है। पीआईयू इसकी निर्माण एजेंसी है। जल्द इसका काम शुरु होने वाला है। -यशपालसिंह सिसौदिया, विधायक
अस्पताल में मॉर्डन प्रसूतिगृह बनना है। इसमें आईसीयू से लेकर बच्चों व प्रसूताओं के उपचार की सभी सुविधाएं रहेंगी। सर्वसुविधायुक्त प्रसूतिगृह का काम पीआईयू द्वारा किया जाएगा। अस्पताल की वर्तमान मेटनिटी को उसमें शिफ्ट किया जाएगा। प्रोजेक्ट को लेकर अधिक जानकारी नहीं है।-डॉ. महेश मालवीय, सीएचएमओ
सब स्वीकृत है
अस्पताल परिसर में वर्तमान प्रसूतिगृह के सामने जो भूमि है। वहां पर अत्याधुनिक सुविधाओं वाला प्रसूति वार्ड बनना है। इसके लिए सबकुछ स्वीकृत है और मंजूरी भी हो चुकी है। पीआईयू इसकी निर्माण एजेंसी है। जल्द इसका काम शुरु होने वाला है। -यशपालसिंह सिसौदिया, विधायक