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रबी का तो खरीदा अब खरीफ की अधुरी तैयारी ने खड़ी की मुश्किलें

locationमंदसौरPublished: Sep 23, 2018 12:56:24 pm

Submitted by:

harinath dwivedi

रबी का तो खरीदा अब खरीफ की अधुरी तैयारी ने खड़ी की मुश्किलें

patrika

रबी का तो खरीदा अब खरीफ की अधुरी तैयारी ने खड़ी की मुश्किलें


मंदसौर.
खरीफ की फसलों काटने का कार्य अंतिम दौर में है। इसके बाद उपज मंडियों में आने लगेगी और ऐसे में कई विभागों की चिंता बढ़ गई है। रबी की सीजन में समर्थन मूल्य पर खरीदी गई किसानों की उपज चना, सरसों व मसूर के कारण जिले के सभी गोदाम पैक है। इसके अलावा गोदामों में गेहूं भी भरा हुआ है। खरीदी करने के बाद जिले के गोदामों से माल ही उठ नहीं पाया। भावांतर के लिए पंजीयन का दौर धड़ल्ले से जारी है, लेकिन विभागों को अब तक सरकार के निर्देशों का इंतजार है कि समर्थन पर कौन सी फसलें खरीदी जाएगी और भावांतर में कौन सी। जिले के सभी सरकारी और निजी वेयर हाऊस इन दिनों खरीदी उपज से पटे पड़े है। नागरिक आपूर्ति विभाग की सबसे बड़ी चिंता ही यह बन गई है कि यदि मक्का व अन्य उपज समर्थन में खरीदना पड़ी तो खरीदकर रखेंगे कहा। एक भी गोदाम खाली नहीं है और माल कब उठेगा। यह भी स्पष्ट नहीं है। सरकारी वेयर हाऊस तो ठीक लेकिन निजी वेयर हाऊस में किराया देकर माल रखना पड़ रहा है।

चुनावी वर्ष में बड़ी चुनौती
वर्तमान में खरीफ की फसलों की कटाई का दौर शुरु हो रहा है। पंजीयन भी जारी है। किसानों की फसल जब मंडियों में आएगी तब तक आचार संहिता लग जाएगी। ऐसे में गोदामों में जगह नहीं होना और खरीफ की खरीदी का काम चलने के चलते किसानों से खरीदी गई उपज को रखना जवाबदारों के लिए बड़ी चुनौती खड़ी करेगा। अब तक गोदामों में पड़ा माल उठवाने के लिए कोई तैयारी नहीं है। यही वजह है कि खरीदी के पास फसलों को रखने की जगह बड़ी चुनौती बन रहा है।

अभी निर्देश नहीं आए है
किसानों से जो उपज खरीद गई वह गोदामों में रखी है। जिले का कोई भी गोदाम अभी खाली नहीं है। सरकारी से लेकर निजी सभी पैक है। रबी में चनों, सरसों व मसूर समर्थन में खरीदा बाकी अन्य भावांतर में खरीफ के लिए अभी निर्देश नहीं है कि समर्थन में खरीदना है या भावांतर में सिर्फ अभी पंजीयन चल रहा है। गोदामों की स्थिति को लेकर शासन को जानकारी भेज चुके है। -एएल पांडेय, जिला आपूर्ति अधिकारी

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