मंदसौर

500 साल पुराना देवी का मंदिर बना आस्था का केंद्र

500 साल पुराना देवी का मंदिर बना आस्था का केंद्र

मंदसौरOct 18, 2018 / 12:46 pm

harinath dwivedi

500 साल पुराना देवी का मंदिर बना आस्था का केंद्र

 
मंदसौर.
मंदसौर तहसील के गांव रीछाबच्चा में अतिप्राचीन चामुण्डा माता मंदिर हजारों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र बन गया है। नवरात्रि के इस दौर में मंदिर पर प्रतिदिन हजारों की संख्या में भक्त पहुंच रहे है तो यहां यज्ञ, हवन के विशेष आयोजन भी हो रहे है। मन्नते लेकर भक्त माता के इस दर पर पहुंचते है। रविवार के दिन यहां विशेष रुप से साल भर भक्तों के आने का क्रम लगा रहता है। मंदिर के पुजारी सुरेशचंद्र पंवार यहां आने वाले भक्तों की समस्याओं का समाधान करते है।
मातारानी की आराधाना के इस महापर्व के दौर में आस्था के केंद्र मंदिरों पर हर दिन भक्क्तों का तांता लग रहा है। देवी के पांडालों में गरबों से लेकर मंदिरों में धार्मिक अनुष्ठानों का दौर चल रहा है और मन्नतें लिए श्रद्धालु पहुंच रहे है। ऐसे में जिले के छोटे से गांव रिछाबच्चा में भी चामुण्डा माता का प्रसिद्ध स्थान है जो अनेक किवदंतियों के कारण आस्था का केंद्र बना और इस मंदिर से भक्तों का जुड़ाव जिले की सीमा से निकलकर दूर-दर्राज के क्षेत्रों तक पहुंचा। सालभर यहां भक्तों की आवाजाही लगी रहती है, लेकिन नवरात्रि के इस दौर में भक्त अधिक पहुंच रहे है। अभिभाषक विनोद साल्वी ने बताया कि मंदिर की प्रसिद्धी के कई किस्सें ग्रामीण बताते है और सालों पुराना होकर भक्तों की इस मंदिर से आस्था की अटुट डोर जुड़ गई है। पारिवारिक कलह से लेकर अन्य परेशानियों को लेकर मंदिर पर भक्त पहुंचते है। समस्याओं और मुसीबतो से परेशान होकर यहां आने वाला शख्स भी इस दर से खाली नहीं लौटता और जाते समय व हंसते हुए जाता है। कई श्रद्धालु दुरस्थ क्षेत्रों से आकर यहां मनोकामना पुरी करते है। सालों से इस मंदिर पर यह क्रम चल रहा है। इसी कारण इस स्थान और मातारानी की ख्याति दूर-दूर तक फैली है। इसी के चलते साल दर साल माता चामुण्डा के इस स्थान से भक्तों का जुड़ाव गहरा होता जा रहा है। नवरात्रि में आस्था की आहुतियां यहां भक्त दे रहे है तो शाम को महाआरती भी हो रही है।
Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.