इस दौरान विभिन्न विभागों के कामों की समीक्षा की गई। आगामी समय में ग्रीष्मऋतु को देखते हुए पीएचई विभाग को हर गांव के हिसाब से जलापूर्ति के लिए योजना बनाने के निर्देश दिए तो जहां नल-जल योजना बंद पड़ी है उन्हें मरम्मत करवाकर चालू करवाने के निर्देश भी दिया। इसके साथ ही जहां काम अपूर्ण है, वहां पूरा करवाते हुए जलापूर्ति के पुख्ता इंतजाम गांवों में करने के लिए निर्देशित किया गया।
आस्था व ज्योति पर काम करेंगे एसपी, कलेक्टर ने स्वास्थ्य-शिक्षा बताई प्राथमिकता
आस्था व ज्योति पर काम करेंगे एसपी, कलेक्टर ने स्वास्थ्य-शिक्षा बताई प्राथमिकता
जिले के दोनों अधिकारियों ने बैठक में अपनी प्राथमिकता बताई। कलेक्टर ने स्वास्थ्य व शिक्षा के क्षेत्रमें अपनी प्राथमिकता बताते हुए इस पर काम करने की बात कही। इसकी शुरुआत जिला अस्पताल से कर दी गई है। तो वही एसपी विद्यार्थी ने आस्था व ज्योति प्रोजेक्ट पर काम करना अपनी प्राथमिकता बताया। आस्था प्रोजेक्ट में गरीब व जरुरतमंद तबके के परिवार के बच्चों को वह कोचिंग दिलवाने का काम करेंगे। इसमें कोचिंग के साथ पढ़ाई में उनका मार्गदर्शन किया जाएगा तो ज्योति प्रोजेक्ट में वह वृद्ध लोगों के लिए काम करेंगे। सामाजिक पुलिसिंग की शुरुआत एसपी जिले में करवाएंगे। ज्येाति प्रोजेक्ट में ६० वर्षकी उम्र से अधिक के लोगों के घर पर पुलिस पहुंचेगी। उनकी समस्याओं के साथ उनसे संवाद स्थापित करेंगे और उनके संरक्षण के साथ उनके लिए पुलिस अपने स्तर पर काम करेंगे। इस तरह आस्था व ज्योति प्रोजेक्ट जिले में चलाया जाएगा।
हनुमंतियों में होगी अगली बैठक, दो जनपदों की भी होगी समीक्षा
जिला पंचायत की बैठक के दौरान सामान्य प्रशासन विभाग का तीन माह के बजट का अनुमोदन किया गया।इसके साथ ही आगामी समय में हर गांव में जलापूर्ति के लिए योजना बनाने और जलस्रोतों को चालू स्थिति में लाने के लिए तैयार रखने के निर्देश दिए। जलसंकट से निपटने के लिए विभाग को अभी से डिमांट मंगवाकर इस पर काम करने के लिए कहा गया। वन विभाग की समीक्षा के दौरान विभाग के कामों के बारें में पूछा। इसी कड़ी में अगली बैठक गरोठ ब्लॉक के हनुमंतिया में करने का निर्णय हुआ। हनुमंतिया में करीब १ करोड की लागत के काम हुए है। ऐसे में स्थल निरीक्षण के साथ वहीं पर जिला पंचायत के साथ गरोठ-भानपुरा जनपद पंचायत के कामों की समीक्षा भी वहीं पर की जाएगी। साथ ही वन विभाग को क्षेत्रके हिसाब से वन्यप्राणियों की गिनती करने की रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश भी दिए।
ठेकेदारों को नोटिस जारी करने के दिए निर्देश
प्रधानमंत्री सड़क योजना के कामों की समीक्षा के दौरान उन सड़कों पर मुख्य रुप से बात हुई। जो ग्यारंटी में होकर भी खराब होने लगी है। ऐसे ठेकेदारों को चिंहित कर उन्हें नोटिस जारी करने और कार्रवाई के साथ सड़कों की मरम्मत करवाने के निर्देश दिए तो कच्ची सड़कों पर चल रहे सीसी के काम के अलावा अन्य काम की समीक्षा की। साथ ही अवधि पूरी होने के बाद भी जो सड़कें अब तक नहीं बन पाई। उन्हें भी नोटिस जारी करने के निर्देश अधिकारी को दिए। वहीं जिला पंचायत सदस्य अंशुल बैरागी ने स्कूलों में लगने वाले वाटर कूलर का मुद्दा उठाया।
इसमें शिक्षा विभाग ने तकनीकि दिक्कत बताई तो सदस्यों ने नाराजगी जाहिर करते हुए लगाने की बात कही। इस पर डीईओ को सात दिन में आरओ वाटर जहां भी उपलब्ध हो सकें, उन सभी स्कूलों में लगाने के लिए निर्देश दिए। स्कूलों में लगने वाले वॉटर कुलर की राशि स्कूलों में अन्य गतिविधियों की राशि से व्यय करने का निर्णय भी बैठक में हुआ और डीईओ को निर्देश दिए। साथ ही डीएफओ से रेवास-देवड़ा में लगी पवन चक्की के समय मिले 3 करोड़ रुपए से जंगल बनाने के मामले की जानकारी ली। अब डीएफओ जिला पंचायत के प्रतिनिधिमंडल को 22 जनवरी को मौके पर भ्रमण करवाएगा और यहां हुए कामों की जानकारी देगा। साथ ही पौधोरोपण से लेकर अन्य कामों की जानकारी भी वन विभाग से ली। इस दौरान गरोठ विधायक देवीलाल धाकड़, जिला पंचायत सीईओ आदित्यसिंह सहित अन्य जिला पंचायत सदस्य व अन्य अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे।