10 हजार से अधिक किसान लेते है लाभ
खेती से जुड़े छोटे-छोटे उपकरण व फसलों में डाली जाने वाली दवाईयों को जिन पर अनुदान मिलता है। उन पर अनेक किसान अनुदान लेते आ रहे थे। करीब 10 हजार से अधिक किसान इनमें मिलने वाले अनुदान का लाभ लेते आ रहे है। यानी इस बार 10 हजार से अधिक किसान जो इन उपकरणों को अनुदान से लेते थे और दवाईयां लेते थे। उन्हें इस लाभ से वंचित रहना पड़ेगा। जिले में करीब 40 से 45 हजार तक किसानों की संख्या है, लेकिन इस अनुदान का लाभ 10 हजार किसान जो छोटे किसान है, वहीं लेते थे, जो इस बार नहीं ले पाएंगे। अभी सरकार के इस निर्णय से किसान वर्ग अनभिज्ञ है, लेकिन विभाग को इसकी जानकारी है।
इन चीजों पर खत्म हुआ अनुदान
विभाग से मिली जानकारी के अनुसार करीब 10 से 12 ऐसी संसाधव व कीटनाशक दवा है। जिन पर अब तक अनुदान किसानों को मिलता था, लेकिन अब नहीं मिलेगा। यह इससे स्पष्ट होता है कि इस बार जो लक्ष्य आए है, उनमें इन चीजों का प्रावधान ही नहीं है। इनमें मुख्य रुप से कीटनाशक दवा है। क्योंकि सबसे अधिक किसान इस पर अनुदान का लाभ उठाते थे। इसके अलावा स्प्रेपंप, स्पायरल ग्रेडर, चेपगटर, हल-बखर के साथ ही खेती से जुड़े अन्य सामने है। जिन पर इस बार से किसानों को अनुदान नहीं मिलेगा। इन पर किसानों को २५ से लेकर 50 प्रतिशत तक का अनुदान मिलता थ। 500 से लेकर 2 हजार रुपए तक का अनुदान जिन पर दिया जाता था, वह सब इस बार बंद हो गए है।
प्रावधान नहीं है
2 हजार से कम का जिन पर अनुदान किसानों को मिलता था। उनको लेकर इस बार प्रावधान नहीं आया है। कीटनाशक दवा से लेकर छोटे संसाधन व उपकरण जिन पर किसानों को अनुदान मिलता था, उनका इस बार प्रावधान नहीं है। सभी योजनाओं की सभी प्रक्रिया ऑनलाईन हो है।-डॉ. एएस राठौर, उपसंचालक, किसान, कल्याण विभाग, मंदसौर
2 हजार से कम का जिन पर अनुदान किसानों को मिलता था। उनको लेकर इस बार प्रावधान नहीं आया है। कीटनाशक दवा से लेकर छोटे संसाधन व उपकरण जिन पर किसानों को अनुदान मिलता था, उनका इस बार प्रावधान नहीं है। सभी योजनाओं की सभी प्रक्रिया ऑनलाईन हो है।-डॉ. एएस राठौर, उपसंचालक, किसान, कल्याण विभाग, मंदसौर