एक दशक पहले चली थी फाईल, सफलता नहीं मिली, फिर शुरु होंगे प्रयास
नपा से मिली जानकारी के अनुसार रेलवे फाटक क्रॉसिंग पर पाईप डालने के लिए एक दशक से भी अधिक समय पहले रेलवे की अनुमति के लिए फाईल चली थी, लेकिन रेलवे की अनुमति नहीं मिली तो मामला ठंडे बस्ते में चला गया। इसके बाद किसी ने प्रयास भी नहंी किया और रहवासी अब भी मुख्य सप्लाईसे दूर है।अब फिर से नपा शहर की मुख्य सप्लाई से इन क्षेत्रों को जोडऩे के लिए योजना बनाने के साथ अनुमति के लिए रेलवे के पास जाएगी।
सीतामऊ फाटक के समीप तीन हजार से ज्यादा लोग कुओं के भरोसे
शहर का दायरा बढऩे के साथ सीतामऊ व संजीत दोनों ही फाटक के पार घनी आबादी हो गई है। सीतामऊ फाटक के पास उद्यानिकी महाविद्यालय, अपना घर, लाभमुनि नैत्रालय के साथ आसपास कई कॉलोनियां विकसित हो चुकी है। इस क्षेत्र में ३ हजार से अधिक आबादी है। नपा की जानकारी के अनुसार इस क्षेत्र में कुओं से सप्लाई को जोडक़र पानी सप्लाई किया जा रहा है। तो जरुरत पर गाडिय़ा व टैंकर भी भेजे जा रहे है। वर्तमान में इस क्षेत्रमें कई और कॉलोनियां विकसित हो रही है।
रेलवे से मांगेंगे अनुमति
सीतामऊ फाटक क्षेत्र में रेलवे की क्रॉसिंग में पाईप लाईन को लेकर रेलवे से अनुमति मांगेंगे। लाईन डालने की योजना तैयार करेंगे। अभी सीतामऊ फाटक क्षेत्र के लोगों को कुएं से पानी दिया जा रहा है। वहीं संजीत फाटक क्षेत्र में बसी कॉलोनियों गाड़ी से पानी दिया जा रहा है। वहां पानी तो पहुंच रहा है, लेकिन खारे पानी की शिकायत है, गाड़ी भेजी जा रही है। इससे पूर्ति की जा रही है। -आरपी मिश्रा, सीएमओ