इसकी सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में लोग जिला अस्पताल के बाहर एकत्रित हो गए और पुलिस पर लापरवाही बरतने तथा अनिल सोनी की सुरक्षा हटाने की साजिश रचने के आरोप लगाए। भाजपा-कांग्रेस के नेता भी यहां पहुंचे। परिजनों ने आरोप लगाया कि डायल-१०० को फोन किया तो भी कोई नहीं आया। आधे घंटे बाद पुलिस पहुंची और अस्पताल में ऑक्सीजन लगाने वाला तक कोई नहीं था। मृ़तक अनिल सोनी कुछ ही देर सदर बाजार स्थित ऑफिस से घर आया था कि बदमाशों ने गोली मार दी।
जिलाबदर कर हटाईथी सुरक्षा
परिजनों का कहना था कि विधानसभा चुनाव का हवाला देकर प्रशासन और पुलिस ने सोनी को जिला बदर करते हुए उनको दी गई सुरक्षा २७ अक्टूबर २०१८ को हटा दिया था। इसके बाद से सोनी को लगातार जान से मारने की धमकी दी जा रही थी। मृतक अनिल सोनी विधानसभा चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार था। बुधवार की रात को बाइक पर आए अज्ञात बदमाशों ने सोनी को घर से कुछ ही कदमों की दूरी पर गोली मार दी।
पूर्वएसपी पर लालाओं को संरक्षण देने का लगाया आरोप
अस्पताल में मृतक के पिता दिनेश सोनी और परिजनों ने पूर्व एसपी मनोजसिंह पर लाला-पठानों को संरक्षण देने का आरोप लगाया और कहा कि एसपी मनोजसिंह के संरक्षण के कारण आज उनका बेटे की हत्या हुई है।
लाला-पठानों ने कई अपराध किए तो उन्हें जिला बदर नहंी लेकिन उनके बेटे का कोई अपराध नहीं तो भी जिलाबदर किया। अनिल सोनी द्वारा मनोजसिंह पर पहले भी कई बार गंभीर आरोप लगाए गए थे। घटना के बाद अस्पताल पहुंचे एसपी विवेक अग्रवाल पर भी लोगों ने कानून व्यवस्था और आचार संहिता में घटना होने और अपराधियों को पुलिस का संरक्षण देने की बात कहते हुए तीखा आक्रोश व्यक्त किया। पिता दिनेश सोनी ने पुलिस अधीक्षक विवेक अग्रवाल को कहा कि चुन्नु लाला के आदमी चार दिन से घर के सामने घूम रहे थे। एसपी मनोज कुमार ङ्क्षसह लालाओं के यहां चाय पीकर आया है। वीडियो वायरल हुआ था।
साजिश के तहत हटाईसुरक्षा
मृतक अनिल सोनी के भाईअजय सोनी ने पुलिस अधीक्षक विवेक अग्रवाल से बात करते हुए आरोप लगाया कि अनिल सोनी की हत्या में कय्यूूम लाला, बबलू लाला, आजम लाला और चुन्नू लाला का हाथ है। हम अखबार चलाते है। मुझे भी पठानों ने गोली मार रखी है। आजम लाला ने बात पहुंचा दीथी कि बेटी की शादी में पैरोल पर आऊंगा तो गोली मार दूंगा। आजम को आजीवन कारावास हुआ है। अजय ने तत्कालीन पुलिस अधीक्षक मनेाज कुमार ङ्क्षसह पर लालाओं को संरक्षण देने का आरोप भी लगाया। और आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार ङ्क्षसह ने साजिश के तहत जानबूझकर जिलाबदर कर सुरक्षा हटा दी थी।
1 दिसंबर-2016 को शोरुम पर हुआ था हमला
कालाखेत में गौशाला मार्केट के पास स्थित डायमंड ज्वैलर्स के शो-रूम पर १ दिसंबर-२०१६ की शाम को दो बाइक सवार बदमाशों ने पिस्टल से हमला करते हुए फायर किए थे। लगातार चार गोलियां दागी थी। इसमें आयुष सोनी घायल हुआ था। इसके बाद नीमच में अजय सोनी पर १० जनवरी २०१७ को हमला किया था। जिसमें अजय गोली लगने से घायल हो गया था। उस समय एक करोड़ की फिरौती मांगी गई थी। उसके बाद कोतवाली आजम लाला सहित कई बदमाशोंं के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई की थी।
पूरे शहर में बल तैनात
घटना के बाद मौके पर और अस्पताल में लोगों की भीड़ जमा हो गई और पुलिस पर लोगों ने तीखा आक्रोश व्यक्त किया। इसके बाद पुलिस ने अस्पताल से लेकर पूरे शहर में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया। यहां तक की रतलाम व नीमच से भी पुलिस को मंदसौर बुलाया गया। अस्पताल में कलेक्टर धनराजू एस भी जानकारी लेने पहुंचे। इससे पहले कलेक्टर घटनास्थल पर पहुंचे और जानकारी ली।
कार के पीछे कांच पर गोलियों के छर्रे के निशान
जानकारी के अनुसार बाइक सवार हमलावर आए और उन्होंने अनिल सोनी पर फायर कर दिए। घर के बाहर खड़ी कार के पीछे वाले हिस्से पर भी कई छर्रे लगे। डॉक्टरों के मुताबिक अनिल सोनी के शरीर बड़ी संख्या में छर्रे लगे है। कितनी गोली लगी हैवह पोस्टमार्टम के बाद ही सामने आएगा। गुरुवार को पुलिस शव का पोस्टमार्टम करेगी।
तीन माह में दूसरा हत्याकांड
शहर में तीन माह पूरे भी नहीं हुए और यह दूसरा हत्याकांड हो गया। 17 जनवरी को नपाध्यक्ष प्रहलाद बंधवार की भी शाम को गोलीमारकर सरेराह हत्या कर दी थी। अब आचार संहिता में जहां आयोग के निर्देशों पर प्रशासन हथियार थानों में जमा करने में जुटा है। वहीं घनी आबादी वाले क्षेत्रघर के बाहर ही हमलावरों ने सोनी की गोली मारकर हत्या कर दी।