कलेक्टर ने दिखाए तेवर, लापरवाह 33 अधिकारियों का काटा एक दिन का वेतन
कलेक्टर ने दिखाए तेवर, लापरवाह 33 अधिकारियों का काटा एक दिन का वेतन
कलेक्टर ने दिखाए तेवर, लापरवाह 33 अधिकारियों का काटा एक दिन का वेतन
मंदसौर. कलेक्टर द्वारा ली जाने वाली साप्ताहिक समीक्षा बैठक में देरी से पहुंचने वाले ३३ विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों पर कार्रवाई की गाज गिरी। कलेक्टर ने देरी से आने वाले सभी विभागों के अफसरों का एक दिन का वेतन काटने के निर्देश दिए। वहीं अगली बार देरी से आने पर सीधे तीन दिन इसमें शनिवार, रविवार व सोमवार का वेतन काटने का फरमान सुनाया। इतना ही नहीं सीएम हेल्पलाईन की शिकायतों का बार-बार निर्देश देने के बाद भी निराकरण नहीं करने पर कलेक्टर ने कहा कि इस सप्ताह में जो ५० प्रतिशत निराकरण नहीं करेगा। उन विभागों का अब वेतन रोका जाएगा। वेतन चाहिए तो हेल्पलाईन की शिकायतों का निराकरण करना होगा। अब टीएल बैठक में १०.१५ बजे के बाद आने वाले अधिकारियों पर सीधे कार्रवाई होगी।
जिला कोषालय अधिकारियों को निराकरण नहीं करने वालों का रोके वेतन
कलेक्टर मनोज पुष्प ने सोमवार को कलेक्टोरेट मेंं साप्ताहिक समय अवधि पत्रों की समीक्षा ली। बैठक के दौरान सभी जिलाधिकारियों को सख्त निर्देश जारी करते हुए कहा कि सीएम हेल्पलाइन पर 50 प्रतिशत शिकायतें निराकरण करने के बाद ही वेतन आहरण किया जाएगा। सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों का निराकरण 50 प्रतिशत से कम करने पर वेतन रोकने के निर्देश जिला कोषालय अधिकारी दिए। बैठक में कलेक्टर के अलावा जिला पंचायत सीईओ क्षितिज सिंघल, एडीएम बीएल कोचले सहित सभी जिला अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद थे।
देरी से आने वालों के काटे वेतन
बैठक में विलंब से पहुंचने वाले 33 जिलाधिकारियों का एक दिन का वेतन काटने के निर्देश देते हुए संबंधित अधिकारी को कारण बताओ सूचना पत्र जारी करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने पूर्व में टीएल बैठक में देरी से आने पर नाराजगी व्यक्त करते सभी को ताकीद करते हुए समय-सीमा का ध्यान रखने के निर्देश दिए थे। इसके बाद भी लापरवाही बने अधिकारी समय पर नहीं पहुंचे तो कलेक्टर ने तेवर दिखाते हुए वेतन काटने के निर्देश दिए। इसमें जिले के निकाय से लेकर जनपद पंचायतों के अलावा स्वास्थ्य विभाग सहित जल संसाधन विभाग, कृषि विभाग से लेकर अन्य विभागों के देरी से आने वाले अधिकारियों को फटकार लगाते हुए नोटिस जारी कर वेतन काटने की कहा है।
इनका काटा वेतन
जिनके वेतन काटने के निर्देश दिए उनमें मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, जिला आपूर्ति अधिकारी, अधीक्षक भू.अभिलेख, एमपीआरडीसी, उपसंचालक कृषि विभाग, महाप्रबंधक उद्योग, कार्यपालन यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, कार्यपालन यंत्री जल संसाधन, कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण विभाग, अधीक्षण यंत्री एमपीईबी, जिला आयुष अधिकारी, एआरटीओ, प्रबंधक नागरिक आपूर्ति निगम, जिला विपणन अधिकारी, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत मंदसौर, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत मल्हारगढ़, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत सीतामऊ, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत गरोठ, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत भानपुरा, सीएमओ पिपलिया मंडी, सीएमओ शामगढ़, सीएमओ नारायणगढ, सीएमओ सीतामऊ, सीएमओ नगरी, सब इंजीनियर नगर पंचायत सीतामऊ, नगर पंचायत शामगढ़, सब इंजीनियर सहित अन्य को कारण बताओ सूचना पत्र जारी करने के निर्देश दिए। साथ ही एक दिन के वेतन काटने के निर्देश दिए और भविष्य में टीएल बैठक में देरी से आने से पर सीधे तीन दिन के वेतन काटने के निर्देश दिए। साथ ही बैठक के दौरान निर्देश दिए कि शिकायत के संबंध में पूरी जानकारी के साथ बैठक में उपस्थित हो। बिना जानकारी के बैठक में आने की कोई जरूरत नहीं है। जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए कि छात्रवृत्ति की अंतर्गत कितने बच्चे वंचित हैं ऐसे बच्चे जो छात्रवृत्ति संतुष्ट नहीं हैं उनकी सूची तुरंत प्रस्तुत करें। फसल बीमा सत्यापन का कार्य जल्द से जल्द हो इसके लिए उद्यानिकी विभाग तहसीलदार से लगातार संपर्क में रहे।