बारिश नहीं होने की वजह से गांधीसागर बांध में 24 घंटे के भीतर तेजी से जलस्तर कम हुआ है। अभी डैम में वाटर लेवल 1311.77 फीट है। 1312 फीट तक वाटर लेवल रहने पर कोई खतरा नहीं रहता है। कल तक डैम के 19 गेट खुले हुए थे। अब एक सबसे बड़े गेट को बंद कर दिया गया है। 4.74 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। जबकि आवक एक लाख 36 हजार क्यूसेक है। ऐसे में अभी स्थिति समान्य है। गावों से भी धीरे-धीरे पानी निकल रहा है।
बारिश होने पर बढ़ सकता है खतरा
गांधी सागर डैम की स्थिति अभी समान्य है। जानकार बता रहे हैं कि अगर फिर से मूसलाधार बारिश होती है तो डैम में वाटर लेवल बढ़ सकता है। वाटर लेवल बढ़ने पर फिर तबाही आ सकती है। पिछले दिनों भारी बारिश की वजह से ही डैम के ऊपर से पानी बह रहा था। फिलहाल स्थित समान्य है। बारिश नहीं हुई तो शाम तक डैम के और भी गेट बंद किए जा सकते हैं।
गांधी सागर डैम की स्थिति अभी समान्य है। जानकार बता रहे हैं कि अगर फिर से मूसलाधार बारिश होती है तो डैम में वाटर लेवल बढ़ सकता है। वाटर लेवल बढ़ने पर फिर तबाही आ सकती है। पिछले दिनों भारी बारिश की वजह से ही डैम के ऊपर से पानी बह रहा था। फिलहाल स्थित समान्य है। बारिश नहीं हुई तो शाम तक डैम के और भी गेट बंद किए जा सकते हैं।
एक लाख लोग हैं प्रभावित
मंदसौर जिले की बात करें तो बाढ़ से यहां करीब एक लाख लोग प्रभावित हैं। गांधी सागर डैम के साथ-साथ जिले में शिवना नदी भी उफान पर है। शिवना के कारण शहरों में पानी घुसा है। जिले में करीब 600 गांवों से अधिक चपेट में आए हैं। इनमें करीब डेढ़ लाख से अधिक लोग प्रभावित होने की प्राथमिक सूचना है। इसके साथ ही हजारों लोगों को राहत शिविरों में रखा गया है। वहीं, जिले में कई जगहों पर हेल्थ कैंप भी लगवाए गए हैं। जहां बाढ़ प्रभावित लोगों की जांच की जा रही है।
मंदसौर जिले की बात करें तो बाढ़ से यहां करीब एक लाख लोग प्रभावित हैं। गांधी सागर डैम के साथ-साथ जिले में शिवना नदी भी उफान पर है। शिवना के कारण शहरों में पानी घुसा है। जिले में करीब 600 गांवों से अधिक चपेट में आए हैं। इनमें करीब डेढ़ लाख से अधिक लोग प्रभावित होने की प्राथमिक सूचना है। इसके साथ ही हजारों लोगों को राहत शिविरों में रखा गया है। वहीं, जिले में कई जगहों पर हेल्थ कैंप भी लगवाए गए हैं। जहां बाढ़ प्रभावित लोगों की जांच की जा रही है।
कलेक्टर ने ये कहा
मंदसौर कलेक्टर मनोज पुष्प ने कहा कि करीब 600 से अधिक गांव बाढ़ से प्रभावित हुए है। 117 गांवों को पूरा खाली करवाया गया था। एक लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए है। आंकड़ा बढ़ने की संभावना है। पांच हजार लोग राहत शिविरों से अपने गांव गए हैं। 10 हजार लोग राहत शिविरों में हैं। 50 जगह स्वास्थ्य कैंप, 53 जगह राहत कैंप है। पीएचई विभाग द्वारा 100 गांवों में पानी की जांच की गई है।
मंदसौर कलेक्टर मनोज पुष्प ने कहा कि करीब 600 से अधिक गांव बाढ़ से प्रभावित हुए है। 117 गांवों को पूरा खाली करवाया गया था। एक लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए है। आंकड़ा बढ़ने की संभावना है। पांच हजार लोग राहत शिविरों से अपने गांव गए हैं। 10 हजार लोग राहत शिविरों में हैं। 50 जगह स्वास्थ्य कैंप, 53 जगह राहत कैंप है। पीएचई विभाग द्वारा 100 गांवों में पानी की जांच की गई है।
सौ स्कूलों पर ताले
मंगलवार को स्कूलों में आधिकारिक छुट्टी तो नहीं हैं। लेकिन डूब प्रभावित गांवों के सौ स्कूलों में आज भी ताले लगे रहेंगे। जिले में आज से भी स्कूल-कॉलेज खुल गए हैं। जिला शिक्षा अधिकारी आरएल कारपेंटर ने कहा कि करीब सौ से अधिक स्कूल प्रभावित हुए हैं। सभी की जानकारी मंगवाई है। तो कुछ स्कूलों में राहत शिविर भी लगाए जा रहे हैं। जैसे ही रिपोर्ट आएगी। उन स्कूलों को जल्द से जल्द शुरू करवा दिया जाएगा।
मंगलवार को स्कूलों में आधिकारिक छुट्टी तो नहीं हैं। लेकिन डूब प्रभावित गांवों के सौ स्कूलों में आज भी ताले लगे रहेंगे। जिले में आज से भी स्कूल-कॉलेज खुल गए हैं। जिला शिक्षा अधिकारी आरएल कारपेंटर ने कहा कि करीब सौ से अधिक स्कूल प्रभावित हुए हैं। सभी की जानकारी मंगवाई है। तो कुछ स्कूलों में राहत शिविर भी लगाए जा रहे हैं। जैसे ही रिपोर्ट आएगी। उन स्कूलों को जल्द से जल्द शुरू करवा दिया जाएगा।
केंद्रीय टीम करेगी दौरा
भारी बारिश की वजह से गांधी सागर डैम को नुकसान भी हुआ है। 2006 के बाद पहली बार डैम में इतना पानी आया है। मंगलवार को केंद्रीय टीम मंदसौर का दौरा करेगी। यह टीम वहां के हालातों की जायजा लेगी। साथ ही डैम का भी निरीक्षण करेगी।
भारी बारिश की वजह से गांधी सागर डैम को नुकसान भी हुआ है। 2006 के बाद पहली बार डैम में इतना पानी आया है। मंगलवार को केंद्रीय टीम मंदसौर का दौरा करेगी। यह टीम वहां के हालातों की जायजा लेगी। साथ ही डैम का भी निरीक्षण करेगी।