इधर पर्व को सौहार्द के साथ मनाने को लेकर पुलिस व प्रशासन भी तैयारी में जुटा है। शहर सहित पूरे जिले में इस पर्व को धूमधाम से मनाया जाएगा। बुधवार को शुभ मुहूर्त में होलिका दहन किया जाएगा। शहर में करीब ७८ तो जिलेभर में ७०० से अधिक स्थानों पर होलिका दहन होगा। मोहल्लों व कॉलोनियों के साथ गांव व कब्सों में बच्चों से लेकर बड़ो में होली पर्व को लेकर काफी उत्साह है। इस बार होलिका दहन का मुहूर्त सुबह 6 .३० मिनट का बताया जा रहा है।
परंपरागत ढंग से होगी पूजा और दहन
होलिका दहन के पहले परंपरागत ढंग से इसकी पूजा की जाएगी। कच्चे सूत को होलिका के चारों ओर लपेटने के बाद पूजन सामग्री से विधिवत पूजा करके सारी सामग्री होलिका को अर्पित करने से घर-परिवार में सुख-समृद्धि का वास होता है। होलिका दहन के दौरान गेहूं की बाली सेंककर घर में रखने से धन-धान्य में वृद्धि होती है। ऐसी मान्यता है कि जली हुई होली की गर्म राख घर में समृद्धि लाती है। इसी कारण होली दहन के बाद लोग होली तापने के लिए जाते है। साथ ही परिवार में शांति व आपसी प्रेम बढ़ता है।
रंगों से लेकर पिकचारी की सजी दुकान
होली को लेकर रंगों के पर्व की बाजार में भी रंगत देखी जा रही है। बाजारों में पिचकारी की दुकान विशेष रुप से सजाई गई है। यहां पर अलग-अलग प्रकार की पिचकारियां बच्चों को लेकर आकर्षित कर रही है। ५० से लेकर १ हजार रुपए तक की पिचकारी बाजार में उपलब्ध है। पिचकारी के साथ ही रंगों की बिक्री भी खूब हो रही है। हालांकि रंगों के बजाए रंग-बिरंगी गुलाल की मांग अधिक हो रही है। पिचकारी व रंगों की दुकानें पर महंगाई का असर भी देखा जा रहा है।
700 से अधिक स्थानों पर होगा होलिका दहन
बुधवार को शुभमुर्हत में होलिका दहन होगा। जिले में करीब ७०० से अधिक स्थानों पर होलिका दहन होगा।इसमें मंदसौर में ७८, ग्रामीण में ११०, मल्हारगढ़ शहर में १२, ग्रामीण में १२०, सीतामऊ शहर में १५, ग्रामीण में १२५, गरोठ शहर में १३ ग्रामीण में ७१, भानपुरा शहर में ११, ग्रामीण में ७०, शामगढ़ शहर में १५, ग्रामीण ५०, सुवासरा शहर में १०, ग्रामीण में ७० स्थानों पर होलिका दहन होगा।