मंदसौरPublished: May 04, 2018 09:24:47 pm
harinath dwivedi
मामला निजी भूमि के साथ शासकीय जमीन पर अतिक्रमण का, कॉलोनाईजर ने स्वयं की भूमि के साथ ही शासकीय जमीन पर भी किया था कब्जा
मंदसौर । निजी भूमि के साथ शासकीय भूमि पर अतिक्रमण कर कब्जा करने के मामले में शुक्रवार को पटवानी जमीन की नपती करने के लिए गए थे। मीडिया को सूचना मिल गई और मीडिया जमीन पर जा पहुंची।मीडिया को देखकर पटवारी महेश पाटीदार बिना नपती किए ही वहां से लौटगए। नपती के दौरान भूमि मालिक के कई लोग भी वहां उपस्थित थे।पूर्व में उक्त भूमि का पटवारी ने निरीक्षण भी किया था और पंचनामा भी तैयार किया था। निरीक्षण में उन्होंने शासकीय भूमि पर अतिक्रमण भी पाया था।
इस भूमि पर एक शासकीय नाला जो मदारपुरा के पास रिंगवाल के निकट स्थित था उस पर अतिक्रमणकारियों व भूमाफियाओं द्वारा भराव कर वहां तार फेंसिंग कर दी गई है। इसकी नगरपालिका को भी कई बार सूचना दी गई लेकिन कार्रवाई नहीं होने पर पूर्व ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष मोहम्मद खलील शेख ने कलेक्टर ओपी श्रीवास्तव के नाम संयुक्त कलेक्टर को आवेदन देकर अतिक्रमण हटाने की मांग भी की थी। इसके बाद ही पटवारी निरीक्षण करने के लिए वहां पहुंचे थे।
क्या है मामला
शासकीय भूमि जो कि कस्बा मंदसौर में सर्वे नंबर 26 8 0 व 1509 रकबा 0.314 हेक्टेयर होकर शासकीय रिकॉर्ड व खाता खसरे में शासकीय दर्ज होकर केफीयत के कॉलम में मध्यप्रदेश शासन की भूमि दर्ज चली आ रही है। उपरोक्त भूमि मदारपुरा के पास रिंगवाल हरिजन 8 क्वार्टर के पास स्थित होकर उपरोक्त भूमि वर्षों से शासकीय मय्त की होकर रिक्त पड़ी थी। जिस पर नाला व रास्ता व रिक्त भूमि है। जिस पर वर्तमान में खानपुरा से रामटेकरी मार्ग बनाने हेतु चयनित भूमि में उक्त सर्वे नम्बर की भूमि का भाग भी मार्ग में आ रहा है।
५ दिन में ही कर लिया अतिक्रमण
उक्त भूमि पर पिछले 4-5 दिनों से कतिपय भूमाफियाओं व अतिक्रामणकारियों द्वारा अवैध रूप से भराव कर नाला व रास्ता बंद करने की कोशिश की जा रही है व उक्त भूमि के बाउण्ड्रीयों पर भराव डालकर ऊंचा स्थल बनाकर अवरोध पैदा कर उक्त सर्वे नम्बर 26 8 0 व 1509 रकबा 0.314 हेक्टर भूमि पर कब्जा कर निर्माण किया जा रहा है। जिससे वहां पर वर्षों से रहने वाले निवासियों व आवागमन करने लोगों को काफी परेशानी हो रही है। वहां पर कोई भी भूमाफिया आदि प्रत्यक्ष रूप से उपस्थित नहीं होकर अप्रत्यक्ष रूप से उपस्थित होकर नौकरों, मजदूरों आदि द्वारा अतिक्रमण करवाया जा रहा है। जिसे रोका जाना आवश्यक है। मौके पर खम्बे गाड़कर तार फेंसिंग करने की तैयारी की जा रही है। जिसके बारे में सम्पूर्ण जानकारी नगरपालिका व तहसील व कस्बा मंदसौर के पटवारी को भी है। किन्तु उनके द्वारा भी शिकायत प्राप्त होने के बाद भी निरंतर अनदेखा किया जा रहा है। इस संबंध में मंदसौर नगरपालिका परिषद् को भी जानकारी होकर उन्हें भी शिकायत की गई थी किंतु वह भी भूमाफियाओं के आगे पराधीन है।
भूमि रोहित कल्याणी के नाम दर्ज
निजी भूमि मंदसौर के ही रोहित कल्याणी के नाम पर दर्ज है।इसकी रजिस्ट्री की प्रति पत्रिका के पास सुरक्षित है।रोहित से पूर्व यह भूमि जगदीश कुमावत के नाम थी, जिसे रोहित ने उससे खरीदा है।इस संबंध में कृष्णा की ओर से सहमति मिली है।उप पंजीयक मुकेश बघेल द्वारा रजिस्ट्री की गई है, जिससे पर हस्ताक्षर दर्ज है।
मुकेश और कृष्णा को बनाया एक
रजिस्ट्री में कृष्णा उर्फ हीरालाल का नाम सहमतिकर्ता के रूप में दर्ज है।जबकि कृष्णा और हीरालाल दोनों भाई हैऔर दो अलग व्यक्ति है। यह बात स्वयं कृष्णा ने पत्रिका को बताई है।कृष्णा और हीरालाल के पिता का नाम जगदीश कुमावत है, जिन्होंने जमीन का विक्रय रोहित को किया था।
इनका कहना…
मौके पर सीमांकन के लिए राजस्व निरीक्षक उपस्थित नहीं हुए थे। मौके पर ही लोगो की संख्या भी अधिक थी, ऐसे में पटवारी को मौके से वापस लौटना पड़ा। राजस्व निरीक्षक के साथ पटवारी द्वारा शीघ्र सीमांकन किया जाएगा।
– ब्रम्हस्वरुप श्रीवास्तव, तहसीलदार